नई दिल्ली : अपनी दिलकश अदाओं और संजीदा अभिनय से सिनेप्रेमियों के दिलों पर बरसों से राज करती आ रहीं अभिनेत्री रेखा ने आज जीवन के 62 वसंत पूरे कर लिए। हिंदी फिल्म जगत की सबसे बहुमुखी अभिनेत्रियों में से एक रेखा ने 1966 में 12 साल की उम्र में तेलुगू फिल्म ‘रंगुला रत्नम’ से अपने फिल्म करियर की शुरूआत की थी।
गनेशन ने रेखा को अपनी बेटी ही नहीं माना
रेखा का जन्म चेन्नई में तमिल अभिनेता जेमिनी गनेशन और तेलगु अभिनेत्री पुष्पावली के यहां हुआ था। उनके पिता अभिनेता के तौर पर काफी सफल हीरो माने जाते हैं, लेकिन उन्होंने रेखा को अपनी बेटी के रूप में स्वीकार नहीं किया. यही नहीं कई महिलाओं के साथ उनके अंतरंग संबन्ध होने के कारण परिवार की माली हालात ठीक नहीं थी, दरअसल रेखा के पिता के कई महिलाओं से संबंध होने के कारण उनकी 5 सौतेली बहनें और एक भाई. यह सब अलग-अलग माँ से हैं. इतना ही नहीं जिस समय रेखा का जन्म हुआ था. उस समय उनके माँ-बाप की शादी नहीं हुई थी.
दुःख भरा रहा रेखा का जीवन
जिसके चलते इस नन्हीं सी बच्ची को 12 साल की उम्र में बाल कलाकार के तौर पर तेलगु फिल्म रंगुला रतलाम से अपने करियर की शुरुआत की. उनका असली नाम भानुरेखा गनेशन है.1969 में हीरोइन के रूप में उन्होंने अपना डेब्यू सफल कन्नड़ फिल्म आॅपरेशन जैकपाट नल्ली सीआईडी 999 से किया था, जिसमें उनके हीरो राजकुमार थे।
अमिताभ को लंबे समय बाद उनके माँ-बाप का पता चला
इसके बाद 15 साल की उम्र में उन्हें फिल्म अंजना में इस शर्त पर निर्देशक राजा नवाये ने काम देने का वडा किया कि वह पांच मिनट तक हीरो के ओंठ पर ओंठ रखकर किस करती रहेंगीं. इस फिल्म के नायक विश्वजीत थे, जो रेखा से उम्र में दोगुना बड़े थे, लेकिन रेखा की मजबूरी थी, जिसकी वजह से उन्हें यह काम करना पड़ा. हालांकि उन्हें यह बड़ा ख़राब लगा. लेकिन फिर भी उन्हें ये सब सहन पड़ा. इसीलिए रेखा ने बहुत दिन तक अपने परिवार के बारे में छुपाये रखा. यहां तक की जिस अमिताभ बच्चन पर वह जान छिड़कती थीं उन्हें भी इस बात का पता बहुत लंबे समय के बाद पता चला कि उनके माँ-बाप कौन हैं. उनका अभिनय में कोई इंट्रेस्ट नहीं था लेकिन आर्थिक तंगी होने कीद वजह से उन्होंने यह किया। यह उनके जीवन का कठिन समय था।
रेखा ने फैन के दिलों पर 70 और 80 के दशक में राज किया
रेखा आजकल फिल्मों में नहीं दिख रहीं लेकिन 70 और 80 के दशक में हिंदी सिनेमा के पर्दे और दर्शकों के लिए दिलों पर उनका राज चलता था। उनकी इस सफलता के पीछे ‘उमराव जान’, ‘मुकद्दर का सिकंदर’, ‘सिलसिला’, ‘दो अनजाने’ और ‘खूबसूरत’ जैसी फिल्मों में उनका शानदार अभिनय था।
फिल्म ‘सावन भादो से बॉलीवुड में रखा कदम
रेखा ने 1970 में ‘सावन भादो’ फिल्म से बॉलीवुड में मुख्य अभिनेत्री के तौर पर पर्दापण किया। फिल्म में उनके साथ नवीन निश्चल थे। उन्होंने 40 साल के करियर में 180 से अधिक फिल्मों में अभिनय किया। हालांकि उनकी कई शुरूआती फिल्मों को बॉक्स ऑफिस पर सफलता मिली, लेकिन मुख्य अभिनेत्री के तौर पर उन्हें पहचान 1970 के दशक के मध्य में मिली।
फिल्मी पार्टियों में नहीं जाती हैं रेखा
रेखा की जिंदगी बाकी कलाकारों से बिल्कुल अलग है। वह फिल्मी पार्टियों में नहीं जाती, फिल्म जगत में उनके बहुत कम दोस्त हैं और वह अंतमरुखी स्वभाव की है। रेखा की जिंदगी प्रेम प्रसंगों और विवादों से भरी रही है। उनका नाम कई सहकलाकारों से जुड़ा लेकिन रेखा ने हमेशा अधिकतर प्रेम संबंधों को लेकर चुप्पी बनाए रखी।
शबाना आजमी ने दी जन्मदिन की बधाई
प्रसिद्ध अभिनेत्री शबाना आजमी ने अपनी सहकर्मी को जन्मदिन की शुभकामनाएं देते हुए ट्विटर पर लिखा, ‘‘प्रिय रेखा को जन्मदिन मुबारक। आप हमेशा जगमगाती रहें। बहुत सारा प्यार।’’ अभिनेत्री-टीवी प्रस्तोता मंदिरा बेदी ने ट्वीट किया, ‘‘आज उनका जन्मदिन है। और इसलिए उनकी उम्र में एक और साल का इजाफा हुआ। लेकिन उन्हें देखकर लगता है कि उनके लिए समय थम गया है। रेखा की खूबसूरती सदाबहार है।’’ रेखा आखिरी बार अमिताभ बच्चन अभिनीत फिल्म ‘शमिताभ’ में नजर आयी थीं।