नई दिल्लीः नोटबंदी के बाद फुटपाथ पर दुकान लगाने वाले विक्रेता भी कैशलेस होने की दिशा में कदम बढ़ा दिए हैं। छत्तीसगढ़ के कोरबा में फुटपाथ पर सब्जी बेचने वाले दुकानदार के पास जब पेटीएम सुविधा देखी तो उधऱ से गुजर रहे कलेक्टर पी दयानंद ने नीली बत्ती लगी कार रुकवा दी और उतर गए सब्जी खरीदने। उन्होंने टमाटर खरीदकर पेटीएम से भुगतान किया। जाते-जाते डीएम ने दुकानदार की सराहना भी की। कहा कि ऐसे सभी दुकानदारों को ऑनलाइन पेमेंट से जुड़ना चाहिए।
दुकानदारों को किया जागरूक
डीएम पी दयानंद इन दिनों कैशलेस छत्तीसगढ़ मुहिम के तहत बाजार-बाजार जाकर दुकानदारों को कैशलेस मार्केटिंग के प्रति जागरूक कर रहे हैं। इस कड़ी में जहां भी पेटीएम मिलता है तो वहां कुछ न कुछ सामान जरूर खरीदकर दुकानदार का हौसला बढ़ाते हैं। उन्होंने जहां सब्जी खरीदी वहीं पान की दुकान पर जाकर पान खाकर पेटीएम से भुगतान किया। सभी दुकानदारों को स्वाइप मशीन लगाने की सलाह दी।
रायपुर कलेक्टर ने दुकानदार को बनाया ब्रांड अंबेसडर
छत्तीसगढ़ के कई कलेक्टर इन दिनों कैशलेस मुहिम को बढ़ावा देने में जुटे हैं। हाल में रायपुर के डीएम ओपी चौधर और नगर आयुक्त रजत बंसल को जब रायपुर में एक चाय की दुकान ऐसी मिली, जहां पेटीएम से भुगतान हो रहा था तो उन्होंने चाय की चुस्कियां ली। इसके बाद दुकानदार को कैशलेस मुहिम का ब्रांड अंबेसडर बना दिया