नई दिल्ली : लोगों के आधार की जानकारियां लीक होने की खबरें आनी अब भी बंद नहीं हुई हैं जबकि केंद्र सरकार से भी इसको लेकर कई शिकायतें की गई हैं। ताजा मामले में झारखंड सरकार की एक वेबसाइट पर लाखों पेंशनधारकों के आधार नंबर सार्वजनिक हो गए। यानी वेबसाइट पर लाखों लोगों के नाम, उनका पता, उनके बैंक अकाउंट की जानकारी सब सार्वजनिक हो गई।
आधार कानून निजता की गारंटी देता है। आधार एक्ट के तहत आधार नंबर प्रकाशित करना गलत है। इससे पहले केंद्र सरकार की सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय की अधिकारी ने 25 मार्च को लिखे एक पत्र में लिखा था कि ऐसे कई मामले सामने आते जा रहे हैं जिससे आम आदमी की आधार जानकारियां लीक हुई हैं।
ऐसी विभिन्न जानकारियां लोगों ने मंत्रालयों/विभागों के पास जमा की हैं। गौरतलब है कि ‘आधार से जुड़ी कोई भी जानकारी- जैसे कि नाम, जन्म तिथि, पता आदि को सार्वजनिक करना, आधार कानून-2016 के तहत अपराध है।
इससे पहले भारतीय टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी की आधार जानकारी लीक हो गई थी जिसके बाद एक कंपनी को ब्लैकलिस्ट कर दिया गया था। एक अन्य रिपोर्ट के मुताबिक़ अभी तक आधार एजेंटों के खिलाफ 1390 शिकायत दर्ज करवाई जा चुकी हैं। पर इन मामलों में कोई कानूनी कार्रवाई नहीं हुई है।