
नई दिल्ली : कश्मीर घाटी में हालात लगातार बिगड़ते जा रहे है। जम्मू और कश्मीर में जारी अशांति को देखते हुए मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती शनिवार को पीएम नरेंद्र मोदी से मिलने दिल्ली पहुंची। कश्मीर घाटी में हिंसा की बढ़ती घटनाओं को लेकर पीडीपी-बीजेपी गठबंधन में भी तल्खी देखने को मिल रही है।
इस बीच कश्मीर में सेना के एक शीर्ष कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल जे एस संधू का कहना है कि कश्मीर की स्थित बेहद नाजुक है। संधू ने अख़बार इंडियन एक्सप्रेस से कहा कि ''सेना को गोलियों के माध्यम से युद्ध” जीतने से ज्यादा “दिमाग से लड़ाई जीतनी है''।
सेना के कमांडर ने कहा कि जनता आतंकियों का समर्थन कर रही है, उनका महिमामंडन कर रही है और कट्टरता बढ़ रहा है। हमें युवाओं को तंजीमों (आतंकी संगठनों) से जुड़ने से रोकना होगा। हम उन्हें बेहतर भविष्य की तरफ ले जाने की कोशिश कर रहे हैं।
इसके लिए कौशल-विकास, नौकरी के अवसरों का सृजन, अभिभावकों और बुजुर्गों के साथ बातचीत जैसे कई कदम उठाए जाने की जरूरत है''।
उन्होंने कहा ” नकली वीडियो, पुराने वीडियो, रीपीट स्क्रीनिंग वाले वीडियो बड़े पैमाने पर अशांति की धारणा को जन्म देते हैं। बार-बार दिखाए जाने वाली इस तरह की घटनाएं गलत धारणाओं को जन्म देती है।
हालांकि, उनका मानना है कि सोशल मीडिया इस तरह के वीडियो की पहुंच को व्यापक बनाता है। साथ ही सेना को इनसे मुकाबला करने में सक्षम बनाता है।