नई दिल्लीः जिन नक्सलियों ने मुठभेड में पुलिस पर गोलियां बरसाईं, मुठभेड़ में पुलिस जवानों को मार गिराने की पूरी कोशिश की मगर असफल रहे। जब गोली लगने से गंभीर रूप से घायल होने पर दो नक्सली पकड़ में आए तो काफी खून बह जाने से उन्हीं की जान बचाने के लिए पुलिस के जवान आगे आए। उन्होंने खून देकर दोनों नक्सलियों की जिंदगी बचाई। जी हां खाकी वर्दी वाले जिस्म से बहादुर होते हैं तो दिलवाले भी होते हैं। विशाखापट्टनम में यह सराहनीय कार्य पुलिस के जवानों ने किया।
खून न मिलता तो हो जाती मौत
दरअसल पुलिस से मुठभेड़ में गोली लगने पर दोनों नक्सली काफी गंभीर रूप से घायल हो गए थे। उनके शरीर से काफी खून निकल चुका था। चिकित्सकों ने कहा खून का इंतजाम न होने पर दोनो जिंदगी से हाथ धो सकते हैं। इस पर गिरफ्तार करने वाले पुलिस के जवानों ने कहा कि वे खुद खून देंगे। बस इसके बाद सभी जवानों ने जरूरत के हिसाब से दोनों नक्सलियों को खून देकर जान बचाई। यह मानवीय पहलकर जवानों ने जनता का दिल जीत लिया।