नई दिल्ली: क्या कभी कोई आदमी जिन्दा होकर भी मर सकता है! सुनने में भले ही अजीब लगे लेकिन ये सच है। ये कारनामा किया है राजस्थान के भरतपुर के नगर निगम ने। जहां एक जिन्दा इंसान को मृत घोषित कर दिया और उसका मृत्यु प्रमाण पत्र भी जारी कर दिया। इस बात का पता उस व्यक्ति को तब चला जब उसको दी जा रही बीपीएल सहित सभी योजनाओं को निगम द्वारा बंद कर दिया गया और वह इसकी शिकायत लेकर निगम कार्यालय पहुंचा।
लगा रहा है कलेक्टर के चक्कर
मृत घोषित होने के बाद से पीड़ित व्यक्ति अब अपने जिन्दा होने के प्रमाण लेकर निगम कार्यालय सहित कलेक्टर और संभागीय आयुक्त के यहां चक्कर काट रहा है। लेकिन अभी तक कोई करवाई नहीं हुई है।
ये है पूरा मामला
निगम के वार्ड नंबर-46 का निवासी पीड़ित 52 वर्षीय हुकुम सिंह है जिसकी पत्नी मछला अनपढ़ है। इसी का फायदा उठाकर उसके पड़ोसी दुलीचंद ने 2009 में मछला से कागजातों पर हस्ताक्षर करवा लिये। कागजों में हुकुम सिंह की मौत की बात लिखी थी। इस तरह दुलीचंद ने कागजातों पर हस्ताक्षर करवा कर बीपीएल धारक की मृत्यु होने के एवज में सरकार द्वारा जारी तीस हजार रुपये की राशि हड़प ली। फिलहाल विभाग पीड़ित को उचित कार्रवाई कर समस्या के समाधान की बात कह रहा है।