दिल्ली : 3 हफ्तें के नोटबंदी अभियान मे आयकर विभाग ने 2000 ऐसे लोगो को चिन्हित किया है जिन्होने अपनी हैसियत से कही ज्यादा दौलत बैंक खातों मे जमा कराई. सूत्रों ने इंडिया संवाद को बताया कि 2000 से ज्यादा लोगो को इनकम टैक्स के नोटिस भी पहुच चुके है और जल्द ही सरकार इन पर कार्यवाही करके इनसे काला धन जब्त करेगी. सूत्रों के मुताबिक इन 2000 से ज्यादा लोगो से तकरीबन 1 लाख 30 हजार करोड़ रू कालाधन मिलने की उम्मीद है.
उधर Central Board of Direct Taxes (CBDT) के अध्यक्ष सुशील चंद्रा ने एक फाईनेंसियल अखबार को बताया है कि जिनके पास भी कालाधन है उनके पास सिर्फ अब गिनती के दिन बचे है और सरकार अब इन काला धन छिपाने वालो को मौका देने वाली नही है.
Central Board of Direct Taxes (CBDT) सूत्रों के मुताबिक कंप्यूटर सॉफ्टवेयर के जरिये उन सभी खातो की सूची तैयार कराई जा रही है. जिसमे चौकाने वाली रकम जमा हुई है. इसके अलावा कुछ ऐसे खाते हैं जो ऑपरेट नही हो रहे थे उनमे भी भारी रकम जमा कराई गई है. इन खातो मे जमा रकम की जांच बेनामी ट्रांजेक्शन प्रोहिबिशन अमेंडमेंट बिल 2015 के तहत की जा रही है.
इनकम टैक्स ने इन 3 हफ्तो मे देश की 50 लोकेशनो पर छापे मारी की है. इस छापेमारी मे 1500 करोड़ रूपये जप्त किये है. इसका पूरा ब्यौरा कुछ दिनो मे Central Board of Direct Taxes सरकार को देगी.
उधर Central Board of Direct Taxes के चेयरमैन सुशील चंद्रा ने खुलासा किया है कि जिन लोगो को नोटिस भेजा जा रहा है. उनके इनकम टैक्स खातो की रिर्टन उनके इनकम से मैंच नही कर रही है. जिसके चलते उनको नोटिस भेजे जा रहे है.
CBDT जो इनकम टैंक्स का बोर्ड है वो इस वक्त सारी की सारी गोपनीय जानकारियां Financial Intelligence Unit (FIU) से कलेक्ट कर रहा है (FIU मतलब बैंको मे रोजाना जतने भी 10 लाख से ऊपर के ट्रांजेक्शन होते है उनकी रिपोर्ट बैंक FIU को देता है) फिर उस जानकारी के आधार पर जो भी ट्रांजेक्शन संदेहास्पद लगता हैं उनको सील करता है.
Central Board of Direct Taxes के चेयरमेन ने ये भी बताया कि हमारी निगाह ऐसे संदेहास्पद खातों पर भी पड़ी है. जहां बड़ी मात्रा में पैसो को पार्क किया गया है. इन पर बेनामी प्रॉपर्टी एक्ट के तहत पेनल्टी लगाई जायेगी और उन्हें जब्त किया जायेगा. उन्होनें बताया जब ब्लैक मनी स्कीम लांच की गई थी तब से अब तक 67382 करोड़ ब्लैक मनी के रूप में कालाधन निकलकर सामने आया है.