कांग्रेस के लिए GST सत्ता पाने का टोटका !नई दिल्ली : जीएसटी पास करना एक तरह से इस सरकार के लिए बड़ी उपलब्धि है। बीजेपी सरकार आगामी चुनावों में GST चर्चा कर लाभ उठाने की कोशिश भी करेगी लेकिन जीएसटी लागू करने का लाभ दुनियाभर में विपक्षी पार्टियों को मिलता रहा है। अब तक दुनिया के 100 देशों में लागू हो चुका है लेकिन जहाँ भी जीएसटी लागू हुआ वहां शुरूआती तीन सालों में महंगाई बढ़ी। ऑस्ट्रेलिया में 1993 से GST चर्चा में आया और इसे लागू करने की बहस 7 साल चली और यह 2000 में यह लागू हो पाया। ऑस्ट्रेलिया में जीएसटी लागू होने के बाद एक साल तक महंगाई में तीन से छह फीसदी का इजाफा हुआ। भारत से वित्त मंत्रालय की एक टीम इसे समझने के लिए ऑस्ट्रेलिया भी गई थी। शायद महंगाई ही वह कारण है जिससे दुनिया में जीएसटी पास करने वाली सरकार सत्ता में नहीं रही। तो इसलिए की GST पास करवाने में कांग्रेस ने देरी
केंद्र सरकार में वित्त मंत्रालय के रेवेन्यू सेक्रेटरी हंसमुख आधिया का कहना है कि वह इसे अप्रैल 2017 से लागू करना चाहते हैं। जानकारों की माने तो कांग्रेस ने एक ख़ास रणनीति के तहत जीएसटी लागू करने में देरी की। साल 2018 में देश के 10 राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं जिनमे गुजरात, हिमाचल प्रदेश, कर्नाटक, मेघालय, मिज़ोरम, नागालैंड, त्रिपुरा जैसे राज्य शामिल हैं इसके बाद आंध्र प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, छत्तीसगढ़, हरियाणा, ओडिशा, तेलंगाना, सिक्किम, राजस्थान, महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश में चुनाव होंगे। ये वह दौर होगा जब अच्छे मानसून, सातवें वेतन आयोग और निवेश में बढ़ोत्तरी के साथ, ऊंची महंगाई दर मोदी सरकार को कटघरे में खड़ा कर सकती है। जानकारों की माने तो जीएसटी के कारण महंगाई बढ़नी निश्चित है। कांग्रेस का कहना है कि जीएसटी की दर 18 फीसदी से ज्यादा न हो, जिससे निपटने में सरकार को बेहद मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है। क्योंकि केंद्र तो जीएसटी की दरों को 27 फ़ीसद रखने तक पर चर्चा कर चुका है। मुख्य आर्थिक सलाहकार अरविंद सुब्रमण्यम ने 18 फ़ीसद की टैक्स दर का सुझाव दिया था जिससे सरकार को न ज्यादा नुक्सान होगा न लाभ। यूरोपियन यूनियन में भी GST जीएसटी से जीडीपी में सुधार की बात कही जा रही है लेकिन यूरोपियन यूनियन, कनाडा, ब्राजील और अफ्रीका में भी जीएसटी लागू का कितना लाभ हुआ इसका उदाहरण ब्रिटेन भी है जो जिसे अपनी बिगड़ी अर्थव्यवस्था के कारण यूरोपियन यूनियन से अलग होना पड़ा।
कांग्रेस के लिए GST सत्ता पाने का टोटका !