कश्मीर में लौटे पुराने हालात, लश्कर के आतंकियों ने खुलेआम की हथियार लेकर रैलीनई दिल्ली :
सार्वजनिक तौर पर लश्कर के आतंकियों यह धमकी दी है कि अगर किसी ने उनकी मुखबरी की तो वह उसके दूरगामी परिणाम भुगतने के लिए तैयार रहे.
महबूबा मुफ़्ती की सरकार के राज में फिर से जम्मू -कश्मीर में आतंकवाद पनपता दिखाई दे रहा है. जिसके चलते राजधानी श्रीनगर के पुलगांव में गुरुवार को खुलेआम आतंकियों ने मंच से राज्य की जनता को हथियार लेकर सार्वजनिक तौर पर यह धमकी दी है कि अगर किसी ने उनकी मुखबरी की तो वह उसके दूरगामी परिणाम भुगतने के लिए तैयार रहे.
25 साल बाद फिर पनपा कश्मीर में आतंक सालों बाद जम्मू-कश्मीर में आतंकियों द्वारा खुलेआम मंच से लश्कर के आतंकियों ने हथियारों से लैश होकर इस बड़ी रैली को संबोधित किया. स्थानीय जनता को खुलेआम धमकाया. बावजूद इसके मुख्यमंत्री महबूबा मुफ़्ती की पुलिस ने इन आतंकियों के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं की. बताया जाता है कि राज्य में लंबे समय बाद ऐसी स्थिति फिर से पैदा हो गयी है जैसे साल 1990 के दशक में यहां हुआ करती थी. फिलहाल 25 साल बाद जम्मू-कश्मीर में फिर से आतंकी खुलेआम हथियारों से लैश होकर रैली करते दिख रहे हैं.
लश्कर ने की थी बुरहान वानी को मरवाने की मुखबरी सूत्रों के मुताबिक पिछले दिनों कश्मीर में मारे गए जैश ए मोहम्मद के आतंकी बुरहान वानी की मुखबरी के पीछे भी पाकिस्तानी आतंकी संगठन लश्कर का हाथ था. बताया जाता है कि पाक जम्मू-कश्मीर के मसले पर भारत को गुमराह करना चाहता था. इसके चलते ही भारतीय ख़ुफ़िया एजेंसियों को बुरहान वानी की लोकेशन की जानकारी पाक के आतंकी संगठन लश्कर ने ही दी थी. हालाँकि इस बात की जानकारी पहले भारतीय ख़ुफ़िया एजेंसियों को नहीं थी. लेकिन बाद में इसकी पुष्टि हो जाने के बाद देश की ख़ुफ़िया एजेंसियां चौकन्नी हो गयीं हैं.
पाक- भारत को झूठा साबित करने की चल रहा है चालगृहमंत्रालय से जुड़े सूत्र बताते हैं कि पाकिस्तान भारत को गुमराह कर अपने आपको दुनिया के सामने पाक-साफ साबित करने के लिए उन्होंने भारत के खिलाफ एक बड़ी साजिश रची है. इस साजिश के तहत उसने अपने देश के आतंकी संगठन लश्कर को जम्मू-कश्मीर में आतंक फ़ैलाने कि जिम्मेदारी सौपी है. जब कि जैश ए मोहम्मद को फिदायनी हमले कि कमान सौपी है. भारत को इस बात पर शक न हो. इसीलिए जैश ए मोहम्मद के कमांडर बुरहान वानी की मुखबरी लश्कर से करवाकर उसे भारत के जरिये ठिकाने लगवा दिया है. जानकार लोग बताते हैं कि इस बात कि जानकारी भारतीय एजेंसियों तक पहुचने वाले कोई और नहीं बल्कि पाक के आतंकी संगठन लश्कर के आतंकी ही थे. जिन्होनें भारतीय एजेंसियों को बुरहान वानी कि पुख्ता खबर दी थी.हथियारों से लैश आतंकियों ने कश्मीरवासियों को धमकाया गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर की सीएम महबूबा मुफ़्ती पिछले लंबे समय से इस बाबत चुप्पी साधे हुए थीं.
इसका सबसे बड़ा नमूना पिछले दिनों कई बड़ी घटनाओ के बावजूद सीएम के दिए गए बयान बयां कर रहे हैं. बताया जाता है कि गुरुवार को राजधानी श्रीनगर में लश्कर के आतंकियों ने खुलेआम पुलगांव में मंच पर हथियार लेकर इतनी बड़ी रैली की. जिसके बाद भी राज्य की पुलिस ने इन आतंकियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की. इतना ही नहीं लश्कर के आतंकियों की खुलेआम देश में यह रैली होती रही. और वह देश की जनता को खुलेआम यह धमकी देते रहे कि किसी ने उनकी मुखबरी की तो वह उसका बुरा हाल करेंगे.