नई दिल्ली: समाजवादी पार्टी को चुनाव से ठीक पहले एक बड़ा झटका लगा है. अखिलेश सरकार में मंत्री गायत्री प्रजापति के ख़िलाफ़ सुप्रीम कोर्ट ने गैंगरेप और यौन उत्पीड़न में FIR दर्ज करने के आदेश दिए हैं. SC ने इस मुद्दे पर यूपी सरकार से आठ हफ्तों के भीतर जवाब मांगा है. गायत्री प्रजापति अमेठी से पार्टी के उम्मीदवार है.
इस समय गायत्री प्रजापति यूपी कैबिनेट में ट्रांसपोर्ट मिनिस्टर हैं. 35 वर्षीय पीड़िता उनके ख़िलाफ़ FIR दर्ज न होने पर सुप्रीम कोर्ट गई थी. पीड़िता का कहना है कि उसके साथ गैंगरेप हुआ और उसकी बेटी का भी यौन उत्पीड़न किया गया. SC ने इस मुद्दे पर तुरंत FIR दर्ज करने के आदेश दिए हैं.
गायत्री प्रजापति पर आय से अधिक संपत्ति रखने, अवैध कब्जे, अवैध खनन सहित कई संगीन आरोप लग चुके हैं. कुछ महीने पहले उन्हें अखिलेश यादव ने मंत्रिमंडल से बर्खास्त कर दिया था. हालांकि मुलायम के दबाव में अखिलेश को दोबारा उन्हें सरकार में शामिल करना पड़ा.
दरअसल, पीड़िता चित्रकूट की रहने वाली है और उसका आरोप है कि प्रजापति ने समाजवादी पार्टी में अच्छा पद दिलाने का लालच देकर उसे अपने जाल में फ़ंसाकर बीते दो साल तक कई बार गैंगरेप किया. अब SC ने इस मामले में तुरंत FIR दर्ज करने के आदेश दिए हैं.