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कहानी / कहानी संग्रह की किताबें

वृंदावन  लाल वर्मा की रोचक  कहानियाँ

इन्हे बचपन से ही बुन्देलखंड की ऐतिहासिक विरासत में रूचि थी। जब ये 19 साल के किशोर थे तो इन्होंने अपनी पहली रचना ‘महात्मा बुद्ध का जीवन चरित’(1908) लिख डाली थी। उनके लिखे नाटक ‘सेनापति दल’(1909) में अभिव्यक्त विद्रोही तेवरों को देखते हुये तत्कालीन अ

8 पाठक
41 अध्याय
28 जुलाई 2022
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आत्मनिर्भर

खुद की खुद से पहचान करवाने के लिए एक छोटी सी पहल..।

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उतरन

दो बहनों के बीच भेदभाव की एक कहानी...।

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जाकी रही भावना जैसी

Part1 ये कहानी मेरे परिवार के साथ  घटित घटना है, मेरा जन्म श्रीकृष्ण की जन्म स्थली मथुरा मे हुआ। बचपन  से ही भक्ति भाव वाला माहौल  होने के कारण हमारे सभी कार्य  व इच्छाऐ प्रभू को ही पूर्ण  रुप  से समर्पित  थी, मेरी अम्मा (दादी)सुबह  जल्दी नहाकर  अप

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संत रविदास जी से संबंधित कहानियाँ

आज माघ महीने की पूर्णिमा है। शास्‍त्रों में इस दिन को बड़ा ही उत्तम कहा गया है इसी उत्तम दिन को 1398 ई. में धर्म की नगरी काशी में संत रविदास जी का जन्म हुआ था। रविदास जी को रैदास जी के नाम से भी जाना जाता है। इनके माता-पिता चर्मकार थे। इन्होंने अपनी

2 पाठक
14 अध्याय
12 अगस्त 2022
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आंखों से दिल तक...

प्यार को प्रस्तुत करतीं एक मार्मिक कहानी..।

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गुलकी बन्नो

यह एक ऐसी कुबड़ी गुलकी की कहानी है जो कि घेघा बुआ के चौतरे पर बैठकर तरकारियाँ बेचकर अपना गुजर-बसर स्वयं करती है। उसके पिता की मृत्यु के पश्चात् से वह अकेली ही रहती है। उसके पति मनसेधू ने उसे छोड़कर दूसरा ब्याह कर लिया। वास्तव में गुलकी का कूबड़ उसके

4 पाठक
1 अध्याय
23 जुलाई 2022
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कमलेश्वर जी  की  हिन्दी कहानियाँ

कमलेश्वर का जन्म ६ जनवरी १९३२ को उत्तरप्रदेश के मैनपुरी जिले में हुआ। उन्होंने १९५४ में इलाहाबाद विश्वविद्यालय से हिन्दी साहित्य में एम.ए. किया। उन्होंने फिल्मों के लिए पटकथाएँ तो लिखी ही, उनके उपन्यासों पर फिल्में भी बनी। 'आंधी', 'मौसम (फिल्म)', 'सा

8 पाठक
60 अध्याय
28 जुलाई 2022
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स्वर्ग और पृथ्वी

कल्पना ने आश्चर्य में भरकर वातायन के दोनों पट खोल दिए। सामने अनंत की सीमा को स्पर्श करता हुआ विशाल सागर लहरा रहा था। तट पर बिखरी हुई उषा की हलकी गुलाबी आभा से चाँदनी की चंचल लहरें टकराकर लौट रही थीं। प्रशांत नीरवता में केवल चाँदनी की लहरों का मंद-मर्

1 पाठक
1 अध्याय
23 जुलाई 2022
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अमृत लाल नागर की कहानी संग्रह

अमृतलाल नागर हिन्दी के उन गिने-चुने मूर्धन्य लेखकों में हैं जिन्होंने जो कुछ लिखा है वह साहित्य की निधि बन गया है उपन्यासों की तरह उन्होंने कहानियाँ भी कम ही लिखी हैं परन्तु सभी कहानियाँ उनकी अपनी विशिष्ठ जीवन-दृष्टि और सहज मानवीयता से ओतप्रोत होने क

6 पाठक
24 अध्याय
28 जुलाई 2022
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Middle class family life

Han.. To hum hain middle class family.... Hmare yaha garmiyo ki chhutiyo me ghumne jana nahi hota . Dopahar ko Sona fir lagbhag 3 bje sab ka fix hota h chai bnana. Hanji chai sab se pahla kaam hota h dopahar sone k baad uthke... Agar ghumne ka na

0 पाठक
0 अध्याय
29 जुलाई 2022
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मानसरोवर भाग 1

प्रेमचंद आधुनिक हिन्दी कहानी के पितामह और उपन्यास सम्राट माने जाते हैं। यों तो उनके साहित्यिक जीवन का आरंभ १९०१ से हो चुका था पर बीस वर्षों की इस अवधि में उनकी कहानियों के अनेक रंग देखने को मिलते हैं। मानसरोवर (कथा संग्रह) प्रेमचंद द्वारा लिखी गई कहा

53 पाठक
27 अध्याय
23 जुलाई 2022
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कौन थी वो...

एक अनसुलझी.... अनसुनी.... बेहद ही रोचक.... लेकिन डरावनी कहानी....।।।।

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बिखरे मोती - सुभद्रा कुमारी चौहान  (कहानियों का संकलन)

'बिखरे मोती' उनका पहला कहानी संग्रह है। इसमें भग्नावशेष, होली, पापीपेट, मंझलीरानी, परिवर्तन, दृष्टिकोण, कदम के फूल, किस्मत, मछुये की बेटी, एकादशी, आहुति, थाती, अमराई, अनुरोध, व ग्रामीणा कुल 15 कहानियां हैं! इन कहानियों की भाषा सरल बोलचाल की भाषा है!

3 पाठक
16 अध्याय
25 अप्रैल 2022
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रवीन्द्रनाथ टैगोर की  प्रसिद्ध कहानियाँ

रबीन्द्रनाथ टैगोर एक महान भारतीय कवि थे। उनका जन्म 7 मई 1861 में कोलकाता के जोर-साँको में हुआ था। इनके माता-पिता का नाम शारदा देवी (माता) और महर्षि देवेन्द्रनाथ टैगोर (पिता) था। टैगोर ने अपनी शिक्षा घर में ही विभिन्न विषयों के निजी शिक्षकों के संरक्ष

70 पाठक
103 अध्याय
28 अगस्त 2022
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माध्यम

मातृभाषा मे शिक्षण का महत्व

0 पाठक
1 अध्याय
12 अगस्त 2022
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भीष्म साहनी  की  रोचक  कहानियाँ

भीष्म साहनी की कहानियों में बच्चे मनोवैज्ञानिक तौर पर अपने परिवेश व समाज की वास्तविकता का बोध कराते हैं। वास्तविकता का संदर्भ धर्म की सामाजिक रूढ़ मान्यताओं से रहा है, धर्म को जिसने संकीर्ण परिभाषा में बांधा। पहला पाठ कहानी का पात्र देवव्रत है जिसके

6 पाठक
27 अध्याय
9 अगस्त 2022
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मुस्कुराहट.. ☺

सच्ची मुस्कुराहट और सच्ची खुशी को बयां करता एक छोटा सा सच्चा किस्सा....।

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महावीर प्रसाद द्विवेदी की रोचक कहानियाँ

हिन्दी साहित्य में महावीर प्रसाद द्विवेदी का मूल्यांकन तत्कालीन परिस्थितियों के सन्दर्भ में ही किया जा सकता है। वह समय हिन्दी के कलात्मक विकास का नहीं, हिन्दी के अभावों की पूर्ति का था। इन्होंने ज्ञान के विविध क्षेत्रों- इतिहास, अर्थशास्त्र, विज्ञान,

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10 अध्याय
10 अगस्त 2022
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भगवतीचरण वर्मा की प्रसिद्ध कहानियाँ

यह कहानी हमारे उस सामाजिक मानसिकता पर प्रकाश डालती है, जहाँ सारे रिश्ते बंधन केवल स्वार्थ और धन की डोर से बंधे हैं ।धन-संपत्ति केंद्र-बिंदु में आने पर वही रिश्ते प्रिय लगने लगते हैं और धन-संपत्ति की वजह से ही रिश्तो में दरार भी आ जाती है। यह कहानी उस

9 पाठक
29 अध्याय
10 अगस्त 2022
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