नई दिल्ली : यूपी के कानपुर में छोटे प्लाट पर अवैध तरीके से बन रहा बहुमंजिला भवन बुधवार को स्लैब डालते वक्त भरभराकर गिर पड़ा। बिना नक्शा पास कराए बनायीं जा रही सपा के पूर्व महानगर अध्यक्ष की इस निर्माणाधीन बिल्डिंग के ढहने से 7 मजदूरों की दबकर मौत हो गयी. इन मजदूरों के शव निकले जा चुके हैं जबकि 17 घायल उपचार के लिए भेजे गए हैं। करीब 50 से अधिक मजदूर निर्माण स्थल के निचले हिस्से में फंसे हैं। सेना और एनडीआरएफ की टुकड़ी ने राहत और बचाव कार्य कर रही है।
प्रीतम विहार में बन रही थी बहुमंजिला ईमारत
चकेरी के गज्जूपुरवा पोखरपुर रोड प्रीतम विहार में सपा के पूर्व महानगर अध्यक्ष मेहताब आलम की टेनरी और शू डिवीजन है। उसी के सामने 418 मीटर के प्लाट पर छह मंजिला भवन बनाया जा रहा है। इसका नक्शा पास नहीं कराया गया है। पिलरों पर खड़े इस भवन में साइड दीवारें नहीं थीं। बुधवार को इस भवन की छठीं मंजिल का स्लैब डाला जा रहा था। दोपहर करीब सवा एक बजे मजदूर खाना खाने के लिए नीचे बेसमेंट में आ रहे थे कि पूरी शटरिंग ढह गई और स्लैब भरभरा कर नीचे गिर पड़ा। देखते ही देखते पांचों मंजिल की छतें गिर गई और बेसमेंट में आए लोग उसके नीचे दब गए। इससे मूल रूप से गौरिया महाराज पुर का रहने वाले अहिरवां चकेरी निवासी रमेश चालिस और महाराजपुर के तिलसहरी बुजुर्ग निवासी सर्वेश कुमार कुशवाहा की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि तीन अज्ञात ने भी मौके पर दम तोड़ दिया। बिल्डिंग ढहने पर आनन फानन में लोगों ने ऊपरी हिस्से में फंसे लोगों को बाहर निकालकर आटो और ई-रिक्शा से कांशीराम ट्रामा सेंटर भेजा।
45 मिनट बाद मौके पर पहुंची पुलिस
हादसे की सूचना के करीब 45 मिनट बाद पुलिस मौके पर पहुंची और 50 मिनट बाद एंबुलेंस। पुलिस और फायर ब्रिगेड से हालात न संभलने पर सेना बुलाई गई। सेना की पांच टुकडिय़ों ने मलबा हटाने का काम शुरू कर दिया। वहीं शाम चार बजे एनडीआरएफ की टीम भी पहुंच गई। अभी तक 17 घायल निकाले जा चुके हैं जबकि 50 से अधिक लोगों के दबे होने की आशंका है। जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने बताया कि जाजमऊ में इमारत गिरने से चार लोगों की मौत हुई है। जबकि, 17 लोग भर्ती हैं। एनडीआरएफ की टीमें और सेना के जवान राहत एवं बचाव के कार्य में लगे हुए हैं। मृतक और घायल छत्तीसगढ़ प्रान्त के रहने वाले हैं।
मुख्य सचिव और केंद्रीय निर्वाचन आयुक्त को भेजी रिपोर्ट
पूरे घटनाक्रम से मुख्य सचिव और केंद्रीय निर्वाचन आयुक्त को रिपोर्ट भेज दी है। शासन स्तर से ही तय होगा कि उन्हें कितनी आर्थिक मदद दी जानी है। मामले में जांच का फैसला भी शासन स्तर ही होगा। मौके पर दबे लोगों के परिवारी जन और रिश्तेदार पहुंच गए हैं। चीख पुकार के बीच बीच भीड़ जमा हो गई है। हताहतों की संख्या के बारे में तत्काल कोई कुछ कहने को तैयार नहीं है।
राहत और बचाव कार्य जारी
बताया जाता है कि सपा नेता मेहताब आलम की पांच मंजिला निर्माणाधीन बिल्डिंग जब भरभराकर ढही तो इसकी पांचवी मंजिल पर करीब पचास मजदूर काम कर रहे थे। सूचना पर पहुंचे पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने राहत और बचाव कार्य शुरू करा दिया है।