बंगलुरु : जिस वक्त पूरा देश नोटों के लिए परेशान था उस वक़्त कर्नाटक के पूर्व मंत्री जनार्दन रेड्डी के घर में उनकी बेटी ब्राह्मणी की शाही शादी हो रही थी। दावा किया जा रहा है कि इस शादी पर 100 करोड़ से ज्यादा खर्च किये गए। शादी के खर्च का राज्यसभा में भी जिक्र हुआ, जब कांग्रेस पार्टी के सांसद आनंद शर्मा ने कहा कि "कर्नाटक के नेता के पास 500 करोड़ कहां से आए''। आरटीआई एक्टिविस्ट टीएम मूर्ति ने इनकम टैक्स डिपार्टमेंट में इस शादी के खर्चे को लेकर शिकायत की थी। जिसके बाद इनकम टैक्स विभाग ने इस शादी से जुडी इवेंट मैनेजमेंट फर्म, कैटरिंग और मल्टी मीडिया सर्विस प्रेवाइडर्स के बेंगलुरु और हैदराबाद स्थित 10 लोकेशंस पर छापे मारे हैं।
इनकम टैक्स विभाग के अनुसार इवेंट मैनेजमेंट कंपनी के तीन ठिकानों पर छापेमारी की गई है। खबरों की मायने तो जनार्दन रेड्डी की ओवुलपुरम स्थित माइनिंग कंपनी पर भी छापेमारी की गई है लेकिन इसकी पुष्टि नही हुई है। टैक्स अफसरों का कहना है कि इवेंट मैनेजमेंट कंपनियों से इवेंट पर हुए बेतहाशा खर्च की रिपोर्ट ली गई। इसके बाद इन कंपनियों के अकाउंट बुक, पेमेंट रिसिप्ट्स और इन कंपनियों के कॉन्ट्रैक्ट पोर्टफोलियो की जांच की जा रही है।
रेड्डी परिवार ने कहा था कि वे शादी खत्म होने के बाद खर्चे के सभी बिल दिखाएंगे। शादी के सभी पेमेंट चेक के जरिए किए गए हैं। रेड्डी के हवाले से कहा गया है कि उन्होंने बेंगलुरु और सिंगापुर में प्रॉपर्टी गिरवी रखी है। छह महीने पहले सारा पेमेंट कर दिया गया था।
ख़बरों के अनुसार इस शाही शादी में करीब 50,000 से गेस्ट पहुंचे थे। गौरतलब है कि कर्नाटक के बेल्लारी में रेड्डी बंधुओं की माइनिंग इंडस्ट्रीज हैं। माइनिंग कारोबार से जुड़े 49 साल के जी. जर्नादन रेड्डी बीजेपी नेता रहे हैं और 2008 से 2011 के बीच मंत्री भी रहे। खनन घोटाले में इन्हें 3 साल तक जेल भी जाना पड़ा था। जनार्दन रेड्डी को पिछले साल ही बेल मिली थी।