दिल्ली : जम्मू कश्मीर के दौरे से लौटे सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल ने गृहमंत्री राजनाथ सिंह के साथ बैठक में कहा कि राज्य सरकार वहां के हालात से निपटने में असफल रही है. इसके साथ ही उसने कहा कि कश्मीरी अलगाववादियों को अलग-थलग कर उनसे निपटा जाना चाहिए. गौरतलब है कि कश्मीर में पिछले करीब दो महीने से जारी हिंसात्मक विरोध प्रदर्शन में 70 से ज्यादा लोग मारे गए, जबकि करीब 10,000 लोग घायल हुए हैं.
20 पार्टियों के 26 सांसदों ने किया था दौरा
राजधानी दिल्ली में आज हुई इस बैठक में वित्तमंत्री अरुण जेटली भी शामिल रहे, जहां प्रतिनिधिमंडल में शामिल नेताओं ने कहा कि राज्य के नेताओं द्वारा भ्रामक बयान दिए गए, जिसने हालात को और खराब किया. कश्मीर दौरे पर गये इस प्रतिनिधिमंडल में शामिल 20 पार्टियों के 26 सांसदों ने बताया है कि अलगाववादियों के नाम पर पाकिस्तान ने विरोध प्रदर्शन का कैलेंडर जारी किया है.
इन नेताओं ने विरोध प्रदर्शन के दौरान मारे गए लोगों के परिवार वालों के लिए राहत पैकेज की मांग की. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि राज्य में प्रदर्शनकारियों के खिलाफ पैलेट गन और अत्यधिक बल प्रयोग पर रोक लगनी चाहिए.
आतंकियों जैसा सलूक हो अलगाववादियों के साथ
वही मोदी सरकार के गृह राज्य मंत्री हंसराज अहीर ने आज मीडिया मे वयान दिया कि हमारी ऑल पार्टी डेलीगेशन के कुछ नेताओं के साथ अलगाववादियों ने जैसा व्यवहार किया है उससे हमे काफी दुख पहुंचा है. उनका व्यवहार ठीक नहीं था उनको जो सुविधाएं दी जा रही हैं जैसे हवाई जहाज, होटल, सुरक्षा सब वापस होनी चाहिए. सरकार इस पर जल्दी फैसला लेगी और 125 करोड़ देशवासी भी अलगाववादी नेताओं के खिलाफ हैं.