नई दिल्लीः नोटबंदी के दौर में कैश की किल्लत होने पर अब बैंकों की सर्विस से जुड़े कर्मचारी ही पैसे लेकर फरार हो रहे हैं। घटना हरदोई की है। कुल एक करोड़ 22 लाख 48 हजार रुपये लेकर बैंकों के एटीएम में पैसा रखने वाली एजेंसी के कर्मचारी फरार हो गए। जिस पर CMS इंफोसिस्टम लिमिटेड गोमतीनगर लखनऊ के शाखा प्रबंधक विनोद कुमार राम ने आदित्य और केशव के खिलाफ मामला दर्ज कर गिरफ्तारी के प्रयास तेज कर दिए हैं। यह पैसा सीएमएस एजेंसी ने आठ नवंबर को नोटबंदी के बाद यह पैसा पांच बैंकों के कुल 12 एटीएम में भरने के लिए दिया था।
न पैसा जमा किया, न एटीएम में भरा
दरअसल सीएमएस एजेंसी एक्सिस बैंक, कारपोरेशन बैंक, यूनियन बैंक, इलाहाबाद, आईसीआईसीआई बैंकों के एटीएम में करेंसी सप्लाई का काम करती है। जब बीते आठ नवंबर को प्रधानमंत्री मोदी ने पांच सौ और एक हजार रुपये के पुराने नोटबंदी की घोषणा की तो बैंकों ने CMS एजेंसी को पुराने नोट जमाकर नए नोट एटीएम में लगाए जाएं, मगर अगले दिन इन बैकों में 1 करोड़ 22 लाख 48 हजार रुपये नहीं जमा हुए और न ही एटीएम में रुपये लगाए गए।
ऑडिट में हुआ घपला उजागर
जब सीएमएस कंपनी ने अपनी आंतरिक ऑडिट कराई तो पता चला कि दोनों कर्मचारियों ने एक करोड़ 22 लाख 48 हजार रुपये तो जमा ही नहीं किए। जब एजेंसी ने दोनों कर्मचारियों से संपर्क करने की कोशिश की तो पता चला कि आरोपी आदित्य सिंह और केशव सिंह पैसा डकारकर फरार हैं।