नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी के नेता अपने आप को ईमानदार बताने में कोई कसर नहीं छोड़ते। ऐसा ही कुछ हुआ गोवा में। जहां पार्टी पहली बार चुनाव लड़ रही है। सोमवार को पार्टी संयोजक अरविंद केजरीवाल ने सीएम उम्मीदवार पद के लिए एल्विस गोम्स के नाम की घोषणा भी कर दी। लेकिन अब एल्विस गोम्स पर अब जमीन घोटाले के आरोप लग रहे हैं।
क्या हैं आरोप
एल्विस गोम्स पर जमीन घोटाले का आरोप लगे हैं। एंटी करप्शन ब्यूरो ने गोम्स पर जमीन घोटाले के मामले में दर्ज किया है। उन पर आरोप है कि उन्होंने 2007 से 2011 के बीच मडगांव में 30 हजार वर्ग मीटर की जमीन में घोटाला किया। उनके साथ राज्य के पूर्व पर्यटन मंत्री नीलकांत पर भी आरोप लगे हैं। इस समय, नीलकांत गोवा हाउसिंग बोर्ड के चेयरमैन और गोम्स एमडी रहे। एंटी करप्शन ब्यूरो के मुताबिक, दोनों ने गैरकानूनी तरीके से जमीन पर कब्जा कर लिया था।
एल्विस गोम्स ने किया आरोपों को खारिज
आम आदमी पार्टी के सीएम उम्मीदवार गोम्स ने इन सभी आरोपों को खारिज किया है और एसीबी की एफआईआर को बॉम्बे हाईकोर्ट की गोवा खंडपीठ में चुनौती दी है। बता दें, एल्विस गोम्स गोम्स एक आईएस अधिकारी रहे हैं। उन्होंने सरकार पर ब्यूरोक्रेट्स के साथ भेदभाव का आरोप लगाते हुए जेल आईजी पद से इस्तीफा दे दिया था। गोम्स ने इसी साल जुलाई में स्वैच्छिक सेवानिवृति ले ली थी।
केजरीवाल मानते हैं गोम्स को ईमानदार अफसर
दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी संयोजक अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को सीएम उम्मीदवार गोम्स को जमकर मानते हैं। केजरीवाल ने कहा कि गोम्स को गोवा में प्रशासन चलाने का 20 साल का अनुभव है। वह प्रदेश के सबसे ईमानदार अफसरों में रहे हैं। उन पर भ्रष्टाचार का कोई आरोप नहीं है। गोवा की जनता जानती है कि उन्होंने प्रदेश को बचाने के लिए ही अपनी नौकरी छोड़ी है। हम उम्मीद करते हैं कि जनता उन्हें जरूर मुख्यमंत्री बनाएगी।