नई दिल्लीः केजरीवाल को पंजाब में अब तक का सबसे बड़ा झटका लगा है। दिल्ली से संजय सिंह और दुर्गेश पाठक के नेतृत्व में 52 सदस्यीय बाहरी नेताओं की टीम थोपे जाने से नाराज बड़े पंजाबी नेता पहले जहां सड़क पर उतरकर केजरीवाल का एक दिन पहले पुतला फूंके, अब उन्होंने पार्टी के आधे नेताओं को तोड़कर नई पार्टी बनाने की तैयारी शुरू कर दी है। चंडीगढ़ में हुई बैठक में सभी बागी नेताओं ने एकजुट होकर पंजाब संयोजक पद से हटाए गए सुच्चा सिंह को अपना नेता चुन लिया। जल्द ही इस नई पार्टी के नाम की घोषणा होगी। इस प्रकार यह पंजाब में अब पांचवा मोर्चा खड़ा होगा। सुच्चा सिंह वही हैं, जिन्हें एक स्टिंग में दो लाख रुपये लेने की बात कहकर केजरीवाल ने पंजाब संयोजक पद से हटा दिया था। हालांकि अब तक वह स्टिंग सार्वजनिक नहीं किया गया है। जिससे स्टिंग को लेकर तमाम तरह के सवाल उछल रहे हैं।
सात जोनल प्रभारियों ने बैठक में सुच्चा सिंह को माना नेता
पंजाब चुनाव के लिए आम आदमी पार्टी ने कुल 13 जोनल प्रभारी बनाए थे। इसमें से केजरीवाल के खिलाफ मोर्चा खोले सात जोनल प्रभारियों ने बैठक में खुलकर सुच्चा सिंह का साथ देने को हामी भरी। चंडीगढ़ में हुई बैठक में सभी जोनल कोआर्डिनेटर ने प्रस्ताव पारित कर सुच्चा सिंह छोटेपुर को अपना नेता मानते हुए नए मोर्चा को चलाने के लिए सारे अधिकार सौंप दिए। केजरीवाल से नाता तोड़ने वाले जोनल कोआर्डिनेटर में आनंदपुर साहिब जोनल इंचार्ज जेएस धालीवाल, जालंधर जोन के डॉ. एचएस चीमा, अमृतसर जोन के गुरिंदर सिंह बाजवा, बठिंडा के नरिंदर पाल, गुरुदासपुर के अमनदीप सिंह, खडूर साहिब के इकबाल सिंह भागोवालिया, फिरोजपुर जोन के गुरप्रीत सिंस संधू शामिल रहे।
स्वर्ण मंदिर में माथा टेककर सु्च्चा बनाएंगे नई रणनीति
कहा जा रहा है कि रविवार या सोमवार को सुच्चा सिंह अमृतसर के स्वर्ण मंदिर में माथा टेकेंगे। इसके बाद आम आदमी पार्टी के बागी नेताओं संग मिलकर नई पार्टी गठन की रणनीति तय करेंगे। दरअसल संयोजक पद से छोटेपुर को हटाए जाने के बाद बागी नेताओं ने केजरीवाल के समक्ष चार सूत्रीय मांगें रखीं थीं। इसमें सुच्चा को ससम्मान पार्टी में बहाल करने के साथ संजय सिंह व दुर्गेश पाठक को वापस बुलाने की मांग थी। शनिवार को अल्टीमेटम बीतने के बाद चंडीगढ़ में बैठककर बागी नेताओं ने सुच्चा को अपना नेता मानकर नई पार्टी की तैयारी शुरू कर दी।