नई दिल्ली: इंसानों ने कुत्तों को जानवरों की तरह पीटा, उन्हें इतना पीटा की वो मार गए। ये शर्मनाक और दिलदहला देने वाली घटना हुई है केरल के कोट्टायम में। जहां कांग्रेस यूथ फ्रंट(मणि) के कार्यकर्ताओं ने दस से आवारा कुत्तो को पीट-पीटकर मार डाला। इतना ही नहीं मारने के बाद उनके शवों को पैरों से एक बांस पर बांधकर सड़कों पर जुलूस निकाला। इन कुत्तो को मारने के बाद उन्हें पोस्ट ऑफिस के बाहर छोड़ दिया और इसे केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी को पार्सल करने की मांग की।
क्यों मार गया इन्हें
मिंट कि खबर के मुताबिक कांग्रेस यूथ फ्रंट(मणि) के कार्यकर्ता राज्य ने लगातार आवारा कुत्तों को संख्या बढने और इनकी तादाद बढ़ने से परेशान थे। इन कार्यकर्ताओं के मुताबिक राज्य सरकार और केंद्र सरकार इस मामले में कुछ भी नहीं कर रहे। जिसके वजह से आप जनता परेशान हो रही है। यही वजह थी कि इन कुत्तों को मारा गया। विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे कांग्रेस यूथ फ्रंट के अध्यक्ष साजी मांजाकादाम्बिल ने कहा, "हमने इन कुत्तों को मारा है... और यह चेतावनी है कि ऐसा तब तक जारी रहेगा, जब तक केंद्र और राज्य सरकार आवारा कुत्तों की समस्या पर काबू नहीं पा लेते..."
मेनका गांधी ने की थी आलोचना
कुछ समय पहले केंदीय मंत्री मेनका गाँधी ने आवारा कुत्तो को मारने के केरल सरकार के फैसले की आलोचना की थी। आलोचना करते हुए मेनका गांधी ने केरल सरकार से पूछा था कि कुत्तों के बंध्याकरण के लिए दिया गया धन कहां खर्च कर दिया गया। मेनका ने कहा, ‘‘आप कहते हैं, मारो, मारो, मारो। आप मारते रहिए, वे काटते रहेंगे। कुत्ते खतरनाक हो जाते हैं ।’’
मेनका गांधी को कहा दवा कंपनियोँ का एजेंट
इस मामले में मांजाकादाम्बिल ने केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी को दवा कंपनियों का एजेंट होने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा की उनके सदस्यों ने सिर्फ खतरनाक कुत्तों को टारगेट किया था। उन्होंने कहा की हम चाहते हैं की बीजेपी को इस मुद्दे पर अपना रुख स्पष्ट करना चाहिए। साजी ने कहा, मैं कुत्तों से प्यार करता हूं, मेरे घर में कुत्ते हैं। हमारा विरोध केवल खतरनाक कुत्तों के खिलाफ है और हमें उम्मीद है इस प्रदर्शन को देखकर दूसरे जिलों के लोग की इसी तरह करेंगे।