समय , पहर या दिन कैसे बीत जाते हैं पता ही नहीं चलता। अब देखिए देखते - देखते एक सप्ताह बीत गया। इस बीच हमने शांति की तलाश में भटक रही दुनिया को और अशांत होते देखा। आतंकवाद और कट्टरतावाद का दावानल उन देशों तक भी पहुंच गया, जो अब तक इससे अछूते थे। राष्ट्रीय परिप्रेक्ष्य की बात करें तो सीमित अवधि में
हॉकी के मैदान पर गोल दागने वाले नेशनल खिलाड़ी तारा सिंह का नया पता है अंबाला रेलवे स्टेशन। रेलवे में खेल कोटे से उन्हें मुलाजिम होना था पर वे कुली बनने को मजबूर नई दिल्लीः अंबाला रेलवे स्टेशन पर अगर कोई नौजवान कुली आपसे मिले और पूछे कि बाबूजी कहां सामान ले चलना है तो जरा उसका नाम जरूर पूछ लीजिएगा।
वर्ष के तीसरे ग्रैंड स्लैम विबलडन में उस समय अजीबो-गरीब स्थिति पैदा हो गई जब पुरुष युगल वर्ग के मुकाबले में उरुग्वे के पाब्लो क्यूवास को मैच के बीच में टॉयलेट ब्रेक न मिलने पर उन्होंने कोर्ट पर बैठकर प्रदर्शन शुरू कर दिया। पुरुष युगल के तीसरे दौर में पाब्लो और उनके जोड़ीदार स्पेन के मार्सेल ग्रैनोलर
गुड़गांव के मेदांता अस्पताल में भर्ती मास्को ओलंपिक के गोल्ड मेडीलिस्ट हॉकी लीजेंड मोहम्मद शहीद को यूँ सरकार से कोई देखने नहीं आया. नई दिल्ली : गुड़गांव के मेदांता अस्पताल में भर्ती मास्को ओलंपिक के गोल्ड मेडीलिस्ट हॉकी लीजेंड खिलाडी मोहम्मद शहीद को यूँ सरकार से कोई देखने नहीं आया. लेकिन शाम होते-होत
वाजिदअली शाह का समय था। लखनऊ विलासिता के रंग में डूबा हुआ था। छोटे-बड़े, अमीर-गरीब, सभी विलासिता में डूबे हुए थे। कोई नृत्य और गान की मजलिस सजाता था , तो कोई अफीम की पीनक ही के मजे लेता था। जीवन के प्रत्येक विभाग में आमोद-प्रमोद को प्राधान्य था। शासन विभाग में, साहित्य क्षेत्र में, सामाजिक व्यवस्था
1980 में जब मास्को में हुए ओलंपिक में पहली बार महिला हॉकी को शामिल किया गया तो भारत की महिला हॉकी टीम भी पहली बार इतने बड़े स्पर्धा में भाग लेने गई थी। भारतीय महिला हॉकी टीम के लिए पहली बार कप्तानी का जिम्मा रूपा सानी ने निभाई थी। भारतीय महिला टीम ने मास्को के ओलंपिक में चौथा स्थान प्राप्त किया था।
IPL सीजन के 29 वें मैच में हरभजन सिंह एक बार फिर से साथी खिलाड़ी से भिड़ गएIPL सीजन के 29 वें मैच में हरभजन सिंह एक बार फिर से साथी खिलाड़ी से भिड़ गए. पुणे में राईजिंग पुणे और मुंबई इंडियन्स के बीच खेले जा रहे मैच के दौरान हरभजन सिंह की साथी खिलाड़ी अंबाती रायड़ू से जमकर भिड़ंत हो गई. खबर है कि छोट
योगगुरु और प्रतिद्वंद्वी व्यवसायियों को शीर्षासन करने को मजबूर कर देने वाले स्वामी रामदेव ने आज राजधानी दिल्ली में कहा कि खेलों को प्रमोट करने के लिए सलमान जैसी हस्तियों का आगे आना खेलों के भविष्य के लिए फायदेमंद होगा। हालांकि इस बात से भी इनकार नहीं किया जा सकता कि इस तरह के फैसलों से खिलाडि़यों का
जब जूलियो 10 साल का था तो उसका बस एक ही सपना था , अपने फेवरेट क्लब रियल मेड्रिड की ओर से फुटबाल खेलना ! वह दिन भर खेलता, प्रैक्टिस करता और धीरे-धीरे वह एक बहुत अच्छा गोलकीपर बन गया. 20 का होते-होते उसके बचपन का सपना हकीकत बनने के करीब पहुँच गया; उसे रियल मेड्रिड की तरफ से फुटबाल खेलने के लिए साइन कर