नई दिल्ली : शराब, गांजा, हेरोइन और अफीम के नशे से ऊब चुके लोग अब नशे के लिए नई चीजों का इस्तेमाल कर रहे हैं. जिसके चलते देश में होने वाली रेव पार्टियों में आजकल कोबरा के जहर का सेवन अय्याशी के लिए किया जा रहा है. बताया जाता है कि नशे के शौकिनों को यह जहर काफी सुकून देता है.
कोबरा के जहर की लत लगी युवाओं को
गौरतलब है कि फन फैलाए कोबरा (नाग ) को देख अधिकतर लोग डर जाते ही नहीं बल्कि इसका डसा हुआ पानी नहीं मांगता है. इस खौफ का कारण इस सांप का तेज जहर है जो इंसान की जान ले लेता है, लेकिन नशे के शौकिनों में इन दिनों इसकी लत पड़ चुकी है. दरअसल डीआरआई की पटना इकाई ने ऐसे दो शख्सों को गिरफ्तार किया है, जिन्होनें इस बात का खुलासा किया है.
बांग्लादेश से भेजी जाती है कोबरा के जहर की खेप
डीआरआई की पटना इकाई के एक अधिकारी के मुताबिक गुप्त सूचना के आधार पर एक टीम ने सोमवार शाम खजांची हाट क्षेत्र से दो तस्करों को गिरफ्तार किया, जिसके पास से कोबरा सांप के 908 ग्राम जहर बरामद किया गया है. बताया जाता है कि जो सीलबंद बुलेट प्रूफ बेल्जियम क्रिस्टल शीशे के जार में रखा हुआ था. गिरफ्तार तस्करों की पहचान मधेपुरा जिला निवासी वीरेंद्र मंडल और पूर्णिया जिला निवासी वकील दास के रूप में की गई है. दोनों तस्करों ने पूछताछ में बताया कि इस जहर को दिल्ली ले जाने की योजना थी. इसके एवज में दोनों को दो लाख रुपये मिलने वाले थे. ये दोनों लोग पड़ोसी राज्य पश्चिम बंगाल निवासी गोपाल दास और नारायण घोष के संपर्क में थे. इस जहर की खेप बांग्लादेश से पश्चिम बंगाल के मालदा में पहुंचाई गयी थी.
दिल्ली और मेट्रो सिटी में कोबरा का जहर
दिल्ली समेत देश के मेट्रो शहरों के होटलों में और फार्म हाउसों मे आयोजित होने वाले रेव पार्टियों में बेशकीमती और अत्यंत नशीले ड्रग्स कोबरा स्नेक वेनम को जब्बार खान के गुर्गे पहुंचाते हैं. इसका खुलासा डीआरआई पटना यूनिट के टीम ने किया है. डीआरआई की टीम ने कोबरा सांप के जहर की इस खेप को पटना लाकर जांच फॉरेंसिक लैब भेज दिया है. पूरे मामले की छानबीन की जा रही है.
क्यों होती है कोबरा के जहर की कीमत 1 लाख रुपये बूंद ?
कोबरा सांप के जहर की तस्करी नशे के शौकीन लोग पार्टियों में किया करते हैं. नशा के साथ-साथ कोबरा के जहर का इस्तेमाल दवा बनाने के लिए भी किया जाता है. दवा बनाने को लेकर इस जहर का डिमांड विदेशों में भी है। एक लाख में मिलता है एक बूंद कोबरा जहर.
कौन करता है इसका इस्तेमाल ?
इसका नशा ज्यादा रईसजादे करते हैं. शराब, गांजा, हेरोइन और अफीम के नशे से थक चुके लोग अब नशे के लिए कोबरे के जहर का इस्तेमाल करते हैं. यह नशा अधिकतर राजधानी में होने वाली रेव पार्टियों में किया जाता है. कई घातक बीमारियों का रामबाण इलाज है कोबरा जहर. नशे की दुनिया में अपनी एक अलग पहचान बनाने वाली कोबरा के जहर का इस्तेमाल सिर्फ नशे के लिए ही नहीं बल्कि कई गंभीर बीमारियों में भी किया जाता है. कैंसर के इलाज के लिए कोबरा का जहर रामबाण दवा के रूप में काम करता है.