नई दिल्ली: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री एस एम कृष्णा ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफ़ा दे दिया है। कृष्णा के क़रीबी सूत्रों ने शनिवार को बताया कि 84 वर्षीय पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को अपने फ़ैसले से अवगत करा दिया है। हालांकि इस बारे में पूछे जाने पर पूर्व विदेश मंत्री ने प्रतिक्रिया देने से इनकार करते हुए कहा, ‘कल, कल।’ रविवार को उन्होंने संवाददाता सम्मेलन बुलाया है, जिसमें वह अपने फैसले के बारे में जानकारी दे सकते हैं और आगे की रणनीति का खुलासा कर सकते हैं।
दरअसल, साल 1999 से 2004 तक राज्य के मुख्यमंत्री रहे कृष्णा पार्टी में दरकिनार किये जाने से निराश चल रहे हैं। वह पांच दशक से अधिक समय से कांग्रेस से जुड़े हैं। महाराष्ट्र के राज्यपाल रहे कृष्णा 2012 में केंद्र से फिर राज्य की राजनीति में लौट गये थे लेकिन पिछले दो साल से पार्टी में बड़ी जिम्मेदारी नहीं निभा रहे। जैसे ही कृष्णा के इस्तीफे की खबरें फैलने लगी तो हैरानी जताते हुए राज्य कांग्रेस के नेताओं ने कहा कि उन्हें इस बारे में नहीं पता।
कर्नाटक के गृह मंत्री जी परमेश्वर ने संवाददाताओं से कहा, ‘मुझे इस बारे में नहीं पता। अगर यह सच है तो मैं इस पर भरोसा नहीं कर सकता। मैं अभी प्रतिक्रिया नहीं दे सकता।’ उन्होंने कहा, ‘हमने किसी तरह से उन्हें दरकिनार नहीं किया। वे हमारी पार्टी के सबसे चहेते नेताओं में से हैं। पार्टी ने उन्हें दरकिनार नहीं किया।’ प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष दिनेश गुंडू राव ने भी कहा कि ऐसी कोई सूचना नहीं है।