नई दिल्लीः केरल के बहुचर्चित सौम्या मर्डर केस में सुप्रीम कोर्ट की पीठ ने पहले रिटायर्ड जस्टिस काटजू को बयान के लिए बुलाया। वहां जज ने तीखे सवाल-जवाब शुरू किए तो काटजू बुरा मान गए और भड़क गए। बोले मैं किसी से डरता नहीं हूं। मिस्टर जस्टिस गोगोई इस तरह का व्यवहार आपको शोभा नहीं देता। इस पर भड़के जस्टिस रंजन गोगोई ने सिक्योरिटी बुलाकर काटजू को चेंबर से बाहर कर दिया। इसी के साथ कोर्ट की अवमानना पर जस्टिस काटजू को नोटिस भी जारी हुई है।
सुप्रीम कोर्ट ने फैसले पर सवाल उठाने पर बहस को बुलाया था
दरअसल केरल के बहुचर्चित सौम्या रेप-मर्डर केस के फैसले में सुप्रीम कोर्ट ने आरोपी को दुष्कर्म का दोषी तो माना था मगर मर्डर का नहीं। मार्कंडेय काटजू ने फेसबुक और ब्ल़ॉग पर पोस्ट लिखकर सुप्रीम कोर्ट की संबंधित पीठ के फैसले पर सवाल उठाया था। जिस पर कोर्ट ने उनकी पोस्ट को ही रिव्यू पिटीशन मानते हुए कोर्ट रूम में बहस के लिए बुलाया था। इस पर बीते 17 अक्टूबर को सुप्रीम कोर्ट ने इतिहास में पहली बार अपने रिटायर्ड जज को इसलिए नोटिस देकर 11 नवंबर को बुलाया था कि
जज से बोले काटजू-मिस्टर गोगोई मुझे डराओ मत
दरअसल जब सुप्रीम कोर्ट की नोटिस पर काटजू कोर्ट पहुंचे तो तीन जजों की बेंच ने 30 मिनट में बात रखने को कहा। इस दौरान काटजू ने कहा कि सौम्या को ट्रेन से जानबूझकर गिराया गया था। वह खुद से नहीं कूदी थी बल्कि मर्डर के लिए ट्रेन से फेंकी गई थी। इस पर पीठ के जस्टिस यूयू ललित और जस्टिस रंजन गोगोई ने तीखे सवाल शुरू किए तो काटजू कई बड़े फैसलों की नजीर देने लगे। जिस पर जस्टिस गोगाई ने कहा कि-मिस्टर काटजू आप ब्लॉग के कमेंट के मुताबिक ही दलील दें, तो सही है। अगर आप यहीं तक सीमित नहीं रहते हैं तो हम भी अपना दायरा बढ़ाकर आपके पुराने कमेंट्स पर सं ज्ञान लेकर सुनवाई शुरू कर देंगे। तब सही नहीं होगा। जस्टिस काटजू ने कहा-यह मेरा ब्लॉग है और कानूनन हम अपनी राय लिखकर अभिव्यक्ति कर सकते हैं। तब पीठ ने कहा-आपका कमेंट फैसले पर सवाल उठाने की बजाए सीधे तौर पर जजों पर हमला था। जजों के लिए गलत भाषा का इस्तेमाल किया गया। इस पर नोटिस जारी किया जाता है। यह सुनते ही काटजू भड़क गए और तेज आवाज में बोले-मिस्टर गोगोई इस तरह का व्यवहार आपको शोभा नहीं देता। मुझे डराइए मत। आपके अनुरोध पर मैं कोर्ट में पेश हुआ हूं। जो करना है कीजिए, मैं डरता नहीं।
जज गोगोई ने कहा-सिक्योरिटी बाहर करो काटजू को
जस्टिस काटजू जब तेज आवाज में बात करना बंद नहीं किए और बार-बार पीठ के जजों के व्यवहार पर सवाल उठाने लगे तो बेंच ने सिक्योरिटी बुला ली और कहा कि काटजू को कोर्ट रूम से बाहर कर दिया जाए। जब सिक्योरिटी जस्टिस काटजू के पास पहुंची तो काटजू का गुस्सा और चढ़ गया। इसे अपनी तौहीनी मानते हुए बोले कि कोर्ट का अपने रिटायर्ड जज के साथ यह व्यवहार ठीक नहीं है। मैं यहां से नहीं जाऊंगा। आखिरकार बाद में सिक्योरिटी ने काटजू को बाहर निकाल दिया।