नई दिल्ली : साल 2018 में कर्नाटक में होने वाले विधानसभा चुनावों बीजेपी के लिए बड़ी राहत की खबर है। सीबीआई की एक विशेष अदालत ने आज बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बीएस येदुरप्पा को 40 करोड़ रुपये की घूसखोरी के आरोप से बरी कर दिया है। येदियुरप्पा के साथ-साथ उनके दोनों बेटों, दामाद, जेएसडब्लू स्टील और बेल्लारी स्थित उसकी चार सहायक कंपनियों को भी धोखाधड़ी, जालसाजी और भ्रष्टाचार के आरोप से बरी कर दिया गया है। येदुरप्पा ने इस फैसले पर ख़ुशी जताते हुए 'सत्यमेव जयते' लिखते हुए ट्वीट किया।
येदुरप्पा पर आरोप है कि उन्होंने मुख्यमंत्री रहते हुए राचेनाहल्ली में एक जमीन को डिनोटिफाई करते हुए इसकी दो साइटों को अपने दो बेटों बीवाई विजयेंद्र और बीवाई राघवेंद्र के नाम से पंजीकृत किया था। इन साइटों का बाजार मूल्य 1.5 करोड़ था लेकिन उन्हें इसके लिए 20 करोड़ मिले। इसके तुरंत बाद, ये बात सामने आई कि प्रेरणा एजुकेशन ट्रस्ट, शिवामोगा को 20 करोड़ रुपए की रिश्वत दी गई है।
इस फैसले के बाद अदालत के बाहर येदियुरप्पा के समर्थकों का जमावड़ा लग गया। उनका कहना था कि उनपर लगाए गए सभी आरोप राजनीति से प्रेरित थे। 2011 में कर्नाटक के तत्कालीन लोकायुक्त जस्टिस संतोष हेगड़े ने येदियुरप्पा पर जेएसडब्लू स्टील कंपनी को गलत तरीके से लाभ पहुंचाने का आरोप लगाया था। इस आरोप के बाद येदुरप्पा को सीएम पद से इस्तीफ़ा देना पड़ा था।