
नई दिल्ली : यूपी सरकार के बाहुबली मंत्री रघुराज प्रताप सिंह 'राजा भैया' के गृह जनपद प्रतापगढ़ के कुंडा में कानून चलता है तो सिर्फ और सिर्फ उनका और उनके पिता उदय प्रताप सिंह का. इन बाप बेटों की इजाजत के बगैर परिंदा भी पर मारने से डरता है. सालों से चले आ रहे सूबे के इस बाहुबली खानदान के खिलाफ सरकार भी कुछ नहीं बिगाड़ पाती है. इसलिए इस खानदान से दुश्मनी रखने वाले भी सौ कोष दूर भागते हैं. लेकिन हाइकोर्ट के आदेश के बाद एक बार फिर कुंडा चर्चा का विषय बन गया है.
राजा भैया के पिता ने खड़ा किया बवाल
सूत्रों के मुताबिक मुहर्रम पर हनुमान मंदिर में भंडारा कराने का ऐलान कर कुंडा में सीएम अखिलेश के बाहुबली मंत्री के पिता उदय प्रताप ने एक नया बवाल खड़ा कर दिया है. सूत्रों के मुताबिक हाइकोर्ट की रोक के बावजूद बाहुबली मंत्री के पिता मुहर्रम पर खलल डालने के लिए यह सब कर रहे हैं. जिसके चलते कुंडा के मुस्लिम समुदाय में तनाव व्याप्त हो गया है.
राजा भइया का समर्थक पुलिस की हिरासत में
मुस्लिम समुदाय के लोगों का आरोप है की हर साल जब भी मुहर्रम पड़ता हैतो बाहुबली मंत्री 'राजा भैया' के पिता उसी दिन भंडारा कराने का ऐलान कर देते हैं, जिससे उनकी धार्मिक भावनाओं को आघात पहुंचता है. इस बार भी जब ऐसा हुआ तो लोगों ने हाईकोर्ट में एक याचिका दायर की, जिसके बाद हाईकोर्ट ने भंडारा करने पर रोक लगा दी.
बाहुबली मंत्री के पिता अड़े हैं भंडार करने पर
बावजूद इसके राजा भइया के पिता उदय प्रताप सिंह शेखपुर आशिक स्थित हनुमान मंदिर पर भंडारा कराने की जिद पर अडे हैं. उन्होंने मंदिर पर पाठ भी शुरू करा दिया है. वहीं, पुलिस ने राजा भइया के एक समर्थक को हिरासत में लिया है.
बंदर की पुण्यतिथि पर होता है आयोजन
बता दें कि हाईकोर्ट ने मुहर्रम पर हनुमान मंदिर में भंडारा कराने पर राजा भैया के पिता के ऐलान के बाद आयोजन पर रोक लगा रखी है. उनकी भंडारा कराने की जिद के चलते कुंडा में तनाव का माहौल है. पुलिस को वहां बवाल की भी आशंका है. इसके चलते पुलिस प्रशासन ने वहां भारी सुरक्षा बल तैनात किया है. बताया जाता है कि उदय प्रताप सिंह हर साल एक बंदर की पुण्यतिथि पर हिन्दु संगठनों के साथ मिलकर एक विशाल भंडारा आयोजित करते हैं. भंडारा जिस मंदिर पर जहां होता है, वहीँ से ताजिये निकालने का भी रास्ता है. बस यही तनाव की वजह है.
DGP भी रख रहे हैं नजर
सोमवार को मुहर्रम की आठवीं तारीख को उदय प्रताप सिंह कोर्ट के आदेश को न मानते हुए भंडारा कराने की जिद पर अड़ रहे. उन्होंने इसके लिए मंदिर में पूजा भी शुरू करा दी. जिसके बाद एहतियातन पुलिस ने उनके एक समर्थक को हिरासत में ले लिया है. पुलिस वहां शान्ति बनाए रखने का प्रयास कर रही है. बताया जा रहा है कि पुलिस के बड़े अधिकारियों के इस सूचना से हाथ-पांव फूले हुए हैं. अधिकारी कुंडा का रुख कर रहे हैं. जबकि राजधानी लखनऊ से भी कुंडा के हालातों पर नज़र रखी जा रही है.