26 जुलाई की शाम थी. सवा 6- साढ़े 6 का टाइम हो रहा था. मीडिया दफ्तरों में 10 से 7 की शिफ्ट वाले अपना काम निपटाकर बोरा बिस्तर समेट रहे थे. तभी एक ऐसी खबर आई जिसने सबको वापस अपनी टेबल पर अनिश्चित काल के लिए चिपका दिया. पता चला कि नीतीश कुमार ने बिहार के चीफ मिनिस्टर पद से इस्तीफा दे दिया है. उधर उन्होंने छुट्टियों की लंका लगाकर सीएम का पद छोड़ा, इधर ‘मेन ऐट वर्क’ लग गए. दे दनादन ट्वीट पर ट्वीट. लेकिन एक ट्वीट जिसका इंतजार किसी को नहीं था, वो आया और छा गया. प्रधानमंत्री मोदी ने नीतीश को भ्रष्टाचार के खिलाफ खड़े होने के लिए बधाई दे डाली.
नीतीश कुमार ने मीडिया के सामने कहा था कि उन्होंने अपनी अंतरात्मा की आवाज पर इस्तीफा दिया है. शायद पीएम मोदी की बधाई नीतीश के लिए नहीं उनकी अंतरात्मा के लिए थी. लेकिन होल्ड भाई होल्ड. एक लोचा हुआ है. लोग उनके ट्वीट का स्क्रीनशॉट इधर उधर पोस्ट कर रहे थे. एक जगह उस स्क्रीनशॉट पर ये कमेंट मिला. कोई शक का कीड़ा कह रहा था कि 6.39 AM? मने उसको अपनी आंखों पर विश्वास नहीं हुआ एक बार को. कि ये सब मामला क्या है. प्रधानमंत्री 12 घंटे पहले ही बधाई दे दिए थे क्या?
लोग पूछने लगे कि भई कल शाम पीएम कहां थे जो उनके ट्वीट में एएम आ रहा है? हम कसम खाए कि वो अभी यहीं हैं और विमान अपने खोपचे में खड़ा है. काफी दिन से बाहर नहीं गए. तो लोग कहने लगे कि फिर उनका ट्विटर चलाने वाला साउथ अमेरिका में रहता होगा. हमने कहा अभी प्रूव हो जाएगा. फिजूल लांछन लगाना बंद करो. फिर हमने अपने हैंडल से ट्वीट करके दिखाया और स्क्रीनशॉट भी दिखाया. तब जाकर उनको लोगों को चैन पड़ा. इस ट्वीट के अनुसार ये रात में 12 बजकर 14 मिनट पर किया गया है जबकि है ये दोपहर का.
अब तो पता चल ही गया होगा कि ये ट्विटर का लोचा है. ये कहीं का टाइम कहीं उठाकर झोंकता रहता है. ऐसा क्यों है इसका पता अभी नहीं चला है, जैसे ही चलेगा हम सबसे पहले आपको बताएंगे. पक्का. पिंकी प्रॉमिस.