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क्यों हो फिक्र

8 अगस्त 2022

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रचनाएँ
हाल ए दिल
5.0
बस एक झिझक एक सवाल करने तो चले है हम अपना हाल ए दिल बयां कहीं दर्द न छलक जाए नज़र ना आ जाए गम के निशान कहीं चाहत को बुंदे ना बरस जाए खुशी के लम्हों में भीगकर होश न कहीं खो जाए हाल ए दिल करने चले जो हम बयां कही एहसासों में ना इतना खो जाए जज़्बात दिल के शब्दों में उलझ जाए जिक्र हर लम्हे का आएगा कोई लम्हा खुशी तो कभी जख्म भी कुरेदा जायेगा कोई पीर दिल को दिखाएगा कोई खुशनुमा पल लबों पर मुस्कान भी सजाएगा हाल ए दिल जो करने चले हम बयां खुशी गम दर्द और हंसी के मिलेंगे निशान एक प्यार ऐसा ना मिला साथी मुझे मेरा जैसा हाल ए दिल जिंदगी और इश्क जिसमे दर्द भी है शामिल कुछ दिल की अनकही बातें सजाए शब्दों में दिल का हाल कुछ मन की व्यथा कुछ उलझे मन के सवाल
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मेरा प्यार

6 अगस्त 2022
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गुलाब जैसा था मेरा प्यार कांटे ही आए उस रास जब जब माना उसे खास कहने हो हुई दिल की बात हरकतों से उसने समझा दिया चाहत की उससे झूठी है मेरी आस बहुत देर कर दी उसने समझने प्यार आकर जीवन में निराश होकर लौट

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तेरी मेरी कहानी

6 अगस्त 2022
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वो तस्वीरें जो तुमने फाड़ दी कुछ बची जो मैंने बिगाड़ दी उन तस्वीरों में नहीं थे मात्र चेहरे उनमें एक अटूट बंधन के निशा थे तेरे मेरे जन्मोजन्म के प्रीत की परछाई थी कहानी तेरी मेरी नए जीवन की समाई थी था

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बात जरा है गहरी

6 अगस्त 2022
12
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1

ये बात जरा है गहरी दिल ओ दिमाग में भी है ठहरी शांत मन से तुम पढ़ना सोच और जज़्बात के दायरों में फिर गढ़ना गलत लगे तो कहना बात दिल और दिमाग में अटकाए ना रहना रिश्ते टूटने की जब कोई वाजिब वजह बन जाए रिश

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प्रेम

6 अगस्त 2022
13
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1

प्रेम नहीं शब्दजो कागज़ पर उतारा जाएप्रेम नहीं कोई घटनाजो घटित हो जाएप्रेम नहीं कोई नज़ारानज़रों से देखा जाएप्रेम न कह कर बताया जाएप्रेम तो है अहसास बंद आंखो से भी महसूस हो जाएप्रेम में तो हर मं

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तेरी याद

7 अगस्त 2022
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नींदें आंखो से गुमख्वाब भी सारे खो गएबिन तेरे और भी तन्हा हो गएदिल की तड़प सह ना पाएधड़कनें भी खफा हो गईतेरी याद में आंखे भी बरस कर रह गईअजीब कशिश है तेरी याद मेंहोश है गुम खोए बस तेरे ख्याल मेंदिल ते

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वो लम्हें

7 अगस्त 2022
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दिल ढूंढता है फिर वो लम्हेजब तेरी बाहों के साए मेंखूबसूरत पल थे बिताएकाश वो लम्हे फिर मिल जाएभूलकर सारे दर्द एक बार फिर मुस्कुराएकाश वो लम्हे फिर लौट आएतेरी चाहत में जब बेसब्री सेइंतजार के मीठे प

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प्यार की महक

7 अगस्त 2022
6
6
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तेरे मेरे दरमियां ना कोईशक होतेरी मेरी मुहब्बत कीएक अनोखी सी महक होतू मेरा बन जाए ऐसेतेरी मैं हूं जैसेचाहत का रंग गहरा होखुशियों का वहां पहरा होइस कदर एक दूजे के हो जाएजितना मुझ पर तेरा हक़ होउत

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चाहत

8 अगस्त 2022
6
6
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तुम बदल ना जाना सनम तेरी हो गई है हमें आदत इस क़दर तुमसे हुई है चाहत तेरे सिवा दिल ना चाहे किसी की आहट तुमसे जिंदगी में है नूर हो ना जाना कभी हमसे दूर चाहे दिल में रहो चाहे ख्यालों में रहना या रह जान

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वो अनजान मुसाफिर

8 अगस्त 2022
8
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वो अनजान मुसाफिर है ख्वाहिश मिल जाए फिर वो अजनबी दिल में घर कर रहा है मुलाकात को दिल मचल रहा है दिल खींचा चला जा रहा है उसके ख्यालों में शायद प्यार का सफ़र शुरू हो रहा है प्यार तो उसे भी हमसे यकीनन हो

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इश्क में

8 अगस्त 2022
5
5
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तकिया नहीं मिलता कुछ नींदों को बाहों का मंजिल नहीं मिलती सफ़र करते रहना ही नसीब है कुछ राहों का जिसे जान कहते है उसकी के बिना जीना पड़ता है उसके साथ रहने को उसी से लड़ना पड़ता है इश्क का सागर बसाए ह

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दिल को दिलबर से

8 अगस्त 2022
6
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दिलबर तुमसे दिल को मेरे प्यार हुआ बिन तेरे हर लम्हा दुश्वार हुआ तेरे लिए दिल ये बेकरार हुआ हां दिल को मेरे तुमसे प्यार हुआ प्यार के प्यारे से अहसास से अनजान था दिल अनछुए इन प्यारे जज़्बात से महरूम न

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दिल में जगह दे दो

8 अगस्त 2022
3
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दिल तेरा जो हो जरा सा खाली दिल में अपने जरा सी जगह दे दो तेरे दिल में पाकर जगह मुस्कुराने की कुछ तो वजह दे दो आसान नहीं माना दिल में किसी को बसाना एक मौका देकर बनने दो फिर नया फसाना माना तर्जुबा इश्क

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पिया मिलन

8 अगस्त 2022
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वो लम्हें सुहाने प्यारे है पिया मिलन के अहसास तन मन पि के रंग रंगा पिया मिलन के पल है खास जाना पि मिलन से गहरा दरिया प्रेम का बहता उल्टी धार डूब कर पिया प्रेम में जाना प्रीत में जो है सुकून और करार

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पिया मिलन

8 अगस्त 2022
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आंखों का मेरे तू बन जाना काजल बरस जाना कभी बनकर आवारा बादल मेरे आसमान का तुम बन जाना सितारा बन जाना तुम मेरे यूं पिया मिलन हो जाए हमारा तू ही इबादत तू ही जुनून तू राहत तू ही सुकून तेरी मुहब्बत की मि

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कच्चे धागे सी प्रीत

8 अगस्त 2022
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बीते दिन बिन मिले बीत गए साल बातें चाहे ना हुई जाने फिर भी एक दूजे का हाल जाने कितनी घड़ियां बीती हुआ ना एक दूजे का दीदार लाख दूरी सही इससे तो कम नहीं होता भाई बहन का प्यार दिल से जुड़ी ये कच्चे धागे

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बातें दिल की

8 अगस्त 2022
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बातें जो दिल की है लबों पर आने को इनकार करती है समझे नहीं कोई आंखों में तो झलकती है कभी कागज़ से कभी कलम से गुहार वो करती है सहारा मांगती है शब्दों के सजने को हो कोई बातें वो समझने को आंखे हो जाती न

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बिछड़न

8 अगस्त 2022
6
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बिछड़न एक छोटा सा अल्फाज़ पर धड़कनों में बसे दर्द का साज ताउम्र की ये पीर नैनों बहे बस नीर तड़प और तन्हाई का साथ किसी से बिछड़ने के बाद पलकें बिछी रहती है राहों में हर आहट पर लौट आने का इंतजार वक्त चा

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बिछड़न

8 अगस्त 2022
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दिल की बातों का क्या जवाब दे आंखे तेरे सिवा ना कोई अब ख़्वाब दे कैसे बताएं तुमसे कितनी मुहब्बत है मुहब्बत का कैसे सनम अब हिसाब दे हाल ए दिल लफ्ज़ों में कैसे बयां करे रहना चाहे संग तेरे दिल बिछड़न से

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बिछड़न क्या है

8 अगस्त 2022
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बिछड़न क्या है शिव सती से जाने शिव ने सही विरह सती भी कहा हार माने जन्म हर बार लिया शिव से मिलन को रह तकी शिव ने भी सहा बिछड़न को तपस्या सती की रंग लाई शिव का इंतजार भी हुआ खत्म जब घड़ी मिलन की आई मि

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याद बनकर रह जाता है कोई साथ

8 अगस्त 2022
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अंतिम कॉल ये होगी हमारी आखरी बात फिर ना मिलेंगे ये आखरी हमारी मुलाकात अधूरी हमारी कहानी और कुछ अनकहे जज़्बात मिलन हमारा नसीब नहीं अधूरा होगा साथ क्या ये कह देने भर से हो जाते है लोग जुदा क्या आसान ह

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क्या ग़म करे

8 अगस्त 2022
3
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अब शिकायत नहीं जिंदगी से कुबूल है जिंदगी से मिला हर तोहफा ख्वाहिशों की राह छोड़ी हमने ना उम्मीद मिले किसी से वफ़ा जो दिल में बसे है जिंदगी उनसे ही सजे है जो अपना ना माने वो भी मेरे लिए बेगाने है दि

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दूरियां

8 अगस्त 2022
5
5
3

चूड़ी वाले हाथ में देखे दो कंगन एक कंगन के बाद कुछ चूड़ियां फिर सजा दूसरा कंगन उन कंगन की दूरी सा है हमारा बंधन होते तो दोनों एक हाथ में दूरियां है दिलों में रहकर भी साथ में एक हाथ पर जैसे वो कंगन सज

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दोस्ती

8 अगस्त 2022
2
2
0

कुछ मेरे दिल के एहसास दूर रहकर भी वो है मेरे साथ प्यारा सा रिश्ता ये मेरे दिल के सबसे पास निस्वार्थ प्रेम और विश्वास की डोर से बंधा रिश्ता ये जुड़े दिल से दिल के एहसास तो क्यों हो फिर दोस्ती का दिन एक

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तु महफूज़ मुझ में

8 अगस्त 2022
2
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0

सच तो ये है मैं तेरी यादों की किरचियों में दफन हूं तू मेरे सांसों में जी रहा तुझसे चाहत का दीया दिल को आज भी रोशन कर रहा जब कभी गम के अंधेरों में हो जाती हु गुम टूटती कभी , बिखरती हूं खुद को समेट कर

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मैं ओर मेरा दोस्त

8 अगस्त 2022
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जुड़ा दिल से दिल का नाता है सच्ची दोस्ती के सांचे में एक शख्स ढल पाता है वो दिल तो मैं धड़कन सांसों की डोरी से जुड़ा जैसे तन जो कभी थे अजनबी अनजान जाने कब बन बैठे एक दूजे की जान मेरी चाहत पूरे हो उ

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प्रेम

8 अगस्त 2022
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0

प्रेम नहीं होता किसी शख्स से प्रेम तो होता है उसकी शख्सियत से प्रेम भी तन का नाता प्रेम तो रूह को रूह से है मिलाता शायद इसीलिए है प्रेम अनंत और है अमिट प्रेम नहीं दायरों में सीमित वो वक्त के साथ

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बरसात की वो रात

8 अगस्त 2022
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0

याद है आज भी वो बात बरसात की वो रात बिजली का चमकना बादलों की वो गर्जन कुछ तो अलग थी उस रात की बात उस रात तुम जो थे मेरे साथ बारिश की बुंदे जैसे समझ रही हो तेरे मेरे जज़्बात आसमान की वो बुंदे भी कर रह

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बरसात की रात

8 अगस्त 2022
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बना बहाना  बरसात की वो रात तुमसे मिलना नहीं था सिर्फ इतफ़ाक नसीब दोनों का जुड़ना हां हमें ऐसे ही मिलना था बारिश की बूंदें संग लाई प्यार की सौगात बड़ी दिलकश थी बरसात की वो रात बारिश का वो जमकर बरसना

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क्या मन ये संवर पाएगा??

8 अगस्त 2022
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कब तलक सब्र करे क्या कभी सब ठीक हो पाएगा आइने सी टूटकर बिखर चुकी हूं क्या फिर से मन ये संवर पाएगा मुस्कान जो अधरों से रूठ चुकी है क्या कभी कोई जरिया मुस्कुराने का मिल पाएगा हालत है बदतर वक्त मुस्किल

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क्यों हो फिक्र

8 अगस्त 2022
1
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प्यार ना बाहरी सुंदरता से आंका जाए ना प्यार के आड़े उम्र, रंग रूप, धर्म और जात का भेद आए क्यों फिक्र बाहरी सुंदरता की कोई तो होगा जिसका  दिल माथे की चमकती बिंदियां  धड़काए देह की सुंदरता से परे कोई

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दूरी मे भी तेरी करीबी बेमिसाल

8 अगस्त 2022
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होकर जुदा तुमसे ना रह पाए बिछड़ कर भी तुमसे तुम्हारे ही कहलाए मिलना तकदीर ना सही नदी के दो किनारों से ही इस सफ़र में काश साथ चल पाए तनहाई में घुट कर ना मर जाए तू यादों की महफ़िल बन कर जो न सज जाए मेरे

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तेरे इश्क की राहों के मुसाफिर हम

8 अगस्त 2022
2
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1

तेरे इश्क के सफ़र के हम मुसाफिर चलना संग संग तेरे तेरी मुहब्बत के सहारे तेरी चाहत ही कश्ती तेरा इश्क ही है मेरे किनारे मेरे दामन में सजे टूटकर तेरी मुहब्बत के सितारें सर्दी की मीठी धूप सी तेरी छुअन

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खुशियां वो मिटा गया

8 अगस्त 2022
2
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हमदर्द बनने वो आयादर्द को उसने बढ़ा दियाखुशियों का छलावा वोजो थी खुशियां उन्हे भी मिटा दियाख़्वाब बहारों के दिखाकरजिंदगी को पतझड़ वो बना गयाहमदर्द बनने चला वोदर्द को उसने बढ़ा दियाथी ख्वाहिश सुकून का

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ये एहसासों की बातें

9 अगस्त 2022
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कब से तरस रहे तुमसेदो पल बतियाने कोतुम हरजाई दे ना सकेकुछ पल की वजह मुस्कुराने कोमुंह ऐसे मोड़ा प्यार भरा दिल भी तोड़ातन्हा मरने को क्यों तुमने यूं छोड़ामन एहसासों को लफ्ज़ों मेंअब संवारते हैसजाकर लफ्

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अब और न रुलाओ

11 अगस्त 2022
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प्रेम कहानी ना सहीतुम मेरे सुकून का किस्साबन जाओतुम्हे अपनाने का अफसोस ना होतुम जिंदगी का ऐसाहिस्सा बन जाओप्यार तुम ना निभा सकेइंसानियत तो निभा जाओमै ओर तुम हम तो ना बन सकेयादों में आकर ना रुलाओक

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इश्क बड़ा हरजाई

11 अगस्त 2022
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मिले सिर्फ दर्द की परछाईइश्क बड़ा ही हरजाईजमाने भर की इसमें रुसवाईदिलबर की शामिल बेपरवाहीजाने क्यों उसके लिए ख्वाबों कीदुनिया थी मैने सजाईखुद अपनी जिंदगी कोआग है लगाईख्वाबों से कर यारीनींदें मैंने गवा

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कैसे इश्क फले

11 अगस्त 2022
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वो दे गया आखों कोसौगात में बारिशबेहिसाब बरसे अबबूंदे छम छमदिल में दर्द का सागरहोने की है निशानीइश्क मुहब्बत बस हैकिस्से कहानीदर्द ने दिल पर दी थीदस्तकइश्क हमने था जिसे जानापागल दिलदर्द के छल को ना पहच

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हूं मैं अपने जैसी

11 अगस्त 2022
1
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जब नहीं कोई मेरे जैसा इस जहां मेंकोई किसी परछाई बन जाऊंमैं हु अपने जैसी किसी और के जैसी बनने में क्यों भलावक्त गवाऊंहूं मैं सबसे अलग जुदा है मेरे अंदाजक्यों न करू भला इस बात पर नाज़रहमत रब ने मुझ

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तेरे साथ की मेहरबानी

12 अगस्त 2022
2
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1

बड़ी खूबसूरत जो मेरी ये जिंदगानी हैतेरे साथ और मुहब्बत की सनममेहरबानी हैतुम मिले तो खुशियों की हुई दस्तकअश्कों ने किया अलविदा गम सारे हुए रुकसतलबों पर सजी जो ये मुस्कुराहट हैतेरे साथ से पाई ये सन

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तेरे हम हो जाए

12 अगस्त 2022
3
2
1

जो तू हां करे तो तेरे हम हो जाएदो दिल एक जान बनकर मिल जाएधड़कनों की साज में यूं बस जाएएक दूजे के दिल चलो यूं सज जाएइन फिजाओं में भी मुहब्बत की रवानी होबनकर महक प्यार की हवाओं में चलो घुल जाएचांद सितार

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