नई दिल्लीः लोग हाईवे पर फर्राटे भरते हैं मंजिल पर जाने के लिए मगर खराब सड़कें तमाम लोगों को मौत के सफर पर भेज दे रहीं। आप जानकर सिर पकड़ लेंगे कि देश के तमाम हाईवे-सड़कें कातिल बन चुकी हैं। घटिया निर्माण से सड़कों के बीच बने बड़े-बड़े गड्ढे से दुर्घटनाएं इस कदर हो रहीं कि देश में हर साल 1.4 लाख लोग बेमौत मर रहे हैं। बड़ी संख्या में हो रही मौतों को देखते हुए केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने अहम फैसला किया है। अब सभी हाईवे पर ब्लैक स्पॉट्स की सूची बनाकर उसे हटाया जाएगा। इसके लिए दो हजार करोड़ रुपये खर्च करने की योजना है।
चार साल में मौत के आंकड़े को करेंगे आधा
नितिन गडकरी के मंत्रालय ने हाईवे पर मौतों का आंकड़ा कम करने की दिशा में खाका तैयार करना शुरू किया है। अगले चार साल में 1.4 लाख मौतों में से 50 प्रतिशत कम करने का लक्ष्य है। गडकरी का कहना है कि सड़क निर्माण में बरती गई लापरवाही के कारण वह समय से पहले खराब हो रहीं हैं। जिससे दुर्घटनाएं ज्यादा हो रहीं हैं। ब्लैक स्पॉट दूर करने व दुर्घटना रोकने की पहल करने के लिए क्षेत्रीय अधिकारियों के अधिकार बढ़ाने की तैयारी है। ताकि वे अपने स्तर से समस्या दूर करने का फैसला करें। नहीं तो ऊपरी स्तर पर फाइल भेजने और मंजूरी में देरी होती है।
फिलहाल 800 ब्लैक स्पॉट हटाए जाएंगे
नितिन गडकरी ने जब देश भर के हाईवे अथारिटी के अफसरों से वीडियोकांफ्रेंसिंग से बात की तो उन्होंने आठ सौ ब्लैक स्पॉट की जानकारी दी। जिस पर गडकरी ने दुर्घटना का सबब बनने वाले सभी ब्लैक स्पॉट को हटाने का निर्देश दिया। उन्होंने बताया कि इसके लिए केंद्र सरकार दो हजार करोड़ रुपये खर्च करेगी।