नई दिल्ली : सत्ता का नशा और पीठ पर सीएम अखिलेश का हाथ. तो फिर क़ानून की क्या मजाल. जो चाहो सो करो. यूपी के सुल्तानपुर विधायक पर जिस नाबालिग़ लड़की ने गैंगरेप का केस ठोंका, उसे मरवा दिया गया. ख़ून के छींटे विधायक के दामन पर पड़ रहे हैं. मर्डर का आरोप विधायक पर लगा है. जिससे चुनाव मैदान में उतरे विधायक की हालत खराब है तो अखिलेश की प्रतिष्ठा भी चुनावी मौसम में मटियामेट हो रही.
हाईकोर्ट की सख़्ती पर लड़की को हटा दिया रास्ते से
सपा विधायक अरुण वर्मा पर गैंग रेप का आरोप लगाने वाली प्रिया सिंह केस को हाई कोर्ट ने जल्द निबटाने के आदेश दिए थे। अरुण वर्मा इस बार फिर सपा के प्रत्याशी है। इससे इनकी परेशानी और बढ़ गई है।
अखिलेश ने बचाया था जेल जाने से
जैसिंहपुर के चोरमा की रहने वाली प्रिया सिंह ने 5 अक्टूबर 2013 को सदर विधायक अरुण वर्मा और उनके साथियो पर गैंग रेप का आरोप लगाया था। कहा था कि धोखे से बुलाकर सबने उसे हवस का शिकार बनाया था. तब सत्ताधारी दल का विधायक होने के कारण अखिलेश ने जेल जाने से बचाया था. अब जब हाईकोर्ट ने सख़्ती बरती तो विधायक के गुर्गों ने लड़की को ही ठिकाने लगा दिया.
केस वापसी के लिए गुर्गे डाल रहे थे दबाव
केस वापस लेने के लिए विधायक और उनके गुर्गों पर आरोप लगे थे। लगातार मिल रही धमकी से आजिज पीड़िता ने हाई कोर्ट का सहारा लिया था। जिसकी सुनवाई चल ही रही थी कि प्रिया की हत्या कर लाश फेक दी गई। शनिवार की रात प्रिया की लाश मिलने के बाद सनसनी फ़ैल गयी है। एडिशनल एसपी ने बताया कि लाश को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। मामले की गहराई से चल रही है। उधर विधायक का कहना है की हत्या की जानकारी उन्हें नही है।