लखनऊ : उत्तर प्रदेश भारतीय जनता पार्टी ने सरकार की पहली कैबिनेट बैठक में लघु एवं सीमान्त किसानों के 1 लाख तक की कर्जमाफी को ऐतिहासिक बताया। प्रदेश प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने कहा कि भाजपा सरकार ने चुनाव पूर्व लिए संकल्प का अक्षरशः पालन कर उच्चतम राजनीति क मूल्यों की स्थापना की है।
अखिलेश खेती-किसानी से परे रहे
त्रिपाठी ने सपा प्रमुख अखिलेश यादव द्वारा इस निर्णय की आलोचना किये जाने पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि अखिलेश यादव खेती-किसानी से परे रहे है उन्हें राजनीति विरासत मंे मिली। आस्ट्रेलिया से शिक्षित अखिलेश उन किसानों की खुशी से वाकिफ नहीं जिन्हें कर्जमाफी से बड़ी राहत मिली है। अखिलेश यादव ने ना तो किसानों के दुख-दर्द को कभी समझा और ना ही उन्हें इस निर्णय से हुई खुशी का अंदाजा है। समाजवादी पार्टी केेवल राजनीतिक विरोध के कारण ही इस बड़े व प्रभावी निर्णय का विरोध कर रही है. इस विरोध से सपा किसानों में अपना बचा-खुचा स्थान भी खो बैठेगी।
अखिलेश ने ब्याज हड़पने का कुकृत्य किया
विगत पन्द्रह वर्षो से प्रदेश का किसान प्राकृतिक आपदाओं, सरकारी कुप्रबंधन से मुफलिसी की कगार पर पहुंच चुका था। कर्ज के बोझ से दबे किसानों के खिलाफ अखिलेश ने चीनी मिल मालिकों से सांठगांठ करके उनके ब्याज को हड़पने तक का कुकृत्य किया था, अब जब योगी सरकार ने किसानों की आर्थिक समृद्धि की शुरूआत अपनी पहली कैबिनेट बैठक से ही कर दी है तो अखिलेश द्वारा इसका विरोध समझ से परे है। अखिलेश यादव विपक्ष की भूमिका में है, विरोध उनका अधिकार है, लेकिन यह नहीं समझ से परे है कि अखिलेश जी सरकार का विरोध कर रहे है या किसानो का ?
सहयोगी दल की बात पंसद नहीं आयी अखिलेश को
त्रिपाठी ने कहा कि एक तरफ तो गठबंधन की सहयोगी कांग्रेस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने इस निर्णय की तारीफ की है वहीं अखिलेश यादव ने इसे धोखा कहा। गठबंधन में परस्पर विरोधाभासी बयानों के क्या निहितार्थ है ? त्रिपाठी ने कहा कि राहुल गांधी को कर्ज माफी पंसद आयी लेकिन अखिलेश को सहयोगी दल की बात भी पंसद नहीं आयी। अखिलेश यादव ने गठबंधन जारी रखने की बात की थी लेकिन इस बड़े फैसले पर भी गठबंधन की गांठे खुलती दिख रही है।
गेहूॅ किसानों को बिचैलियों से मिलेगी राहत
प्रदेश प्रवक्ता ने कहा कि न्यूनतम समर्थन मूल्य पर गेहूॅ खरीदने के बड़े लक्ष्य से उत्तर प्रदेश के गेहूॅ किसानों को न केवल बिचैलियों से राहत मिलेगी बल्कि आर्थिक समृद्धि भी बढ़ेगी। आलू किसानों के लिए भी सरकार की ठोस पहल किसानों के प्रति संवेदनशीलता को दिखाती है। उ0प्र0 की योगी सरकार केन्द्र की मोदी सरकार के पदचिन्हों पर चलकर गांव-गरीब किसान के लिए समर्पित रहेगी। पहली कैबिनेट के फैसलों से इसकी साफ झलक दिखाई पड़ी है।