नई दिल्ली : रिजर्व बैंक ऑफ़ इंडिया को डिमोनेटाइज़ेशन से बड़ी रकम मिलने की संभावना है। कहा जा रहा है कि रिजर्व बैंक डेमोनेटाइज़ेशन से बैंकों में मिले रेवेन्यू का इस्तेमाल अपने कर्ज को चुकाने में कर सकता है। एक सीनियर अधिकारी का कहना है कि इससे सरकार की देनदारी दो लाख करोड़ कम हो जाएगी। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गाँधी ने मोदी सरका पर आरोप लगाए कि वह लोगों से मिले पैसे को उद्योगपतियों को लोन दे देंगे।
माकपा नेता सीताराम येचुरी ने कहा कि वित्त मंत्री अरुण जेटली संसद और पूरे देश को एनपीए के बारे में गलत जानकारी देकर गुमराह कर रहे हैं। माकपा नेता ने बुधवार को राज्यसभा में कहा था कि एसबीआई ने अपने एनपीए से 7,000 करोड़ रुपए को बट्टे खाते में डाल दिया है। सरकार पर हमला बोलते हुए येचुरी ने कहा कि पिछले दो साल में 1,12,078 करोड़ रुपए के कर्ज को बट्टे खाते में डाला गया है और वे कह रहे हैं कि इसे अभी भी वसूला जाएगा।
गौरतलब है कि वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा था कि एसबीआई द्वारा विजय माल्या का लोन बट्टेखाते में डालने का मतलब यह नही कि उसे माफ़ कर दिया गया है। उसे अभी भी वसूल जायेगा। येचुरी ने कहा कि वित्त मंत्री ने एनपीए पर जो कहा वह गलत था।
क्या है नॉन परफोर्मिंग एसेट (एनपीए) ?
जब कोई बैंक का देनदार बैंक को लोन की ईएमआई देने में नाकाम रहता है तो उसका लोन नॉन परफोर्मिंग एसेट कहलाता है। नियमों की माने जब किसी की लोन की ईएमआई लोन के ड्यू डेट के 90 दिन भीतर नही अति है तो उसे वह बैड लोन कहा जाता है।
इंडिया स्पेंड की माने तो वर्तमान में नॉन-पर्फामिंग असेट्स (एनपीए) कहा जाता है, 4.04 लाख करोड़ रुपए तक पहुंच गया है। रिपोर्ट के अनुसार भारतीय बैंकिंग का एनपीए उनकी कुल पूंजी से अधिक हो गया है।
देश का बजट और बैंकों का फैन्स हुआ कर्ज
देश के बजट के दस्तावेजों की माने तो इस देश में बैंकों का कुल फंसा हुआ कर्ज देश के बजट के एक बड़े हिस्से से ज्यादा है। उदाहरण के लिए रक्षा बजट में सरकार का बजट 246727 करोड़ है। स्वास्थ्य और परिवार कल्याण- 29653, एचआरडी - 42219 और सड़क परिवहन राजमार्ग- 45751 करोड़ रूपये हैं। जॉल मिलकर 391,205 करोड़ हैं और सरकारी बैंकों फंसा कर्ज 4004 439 करोड़ था।