नई दिल्लीः स्वामी प्रसाद मौर्या, ब्रजेश पाठक के बाद कभी बसपा के सांसद रहे अखिलेश दास गुप्ता भी अब जल्द भगवा झंडे के नीचे आ सकते हैं। वजह कि कांग्रेस और बसपा के बाद सपा में जमीन तलाशने में जब अखिलेश दास नाकाम रहे तो उन्हें अब भाजपा में कुछ संभावनाएं दिखीं तो घुसने की तैयारी शुरू कर दी । उनके करीबी सूत्रों ने 'इंडिया संवाद' को बताया कि हाल में एक बड़े नेता के जरिए अखिलेश दास की मुलाकात पीएम मोदी से हुई है। मुलाकात में उन्होंने भाजपा में आने की इच्छा जताई तो मोदी ने अमित शाह को उनकी सदस्यता पर विचार करने को कह दिया है। शाह की सहमति मिलते ही अखिलेश दास भाजपाई बन सकते हैं। अब शाह की कृपा हासिल करने के लिए अखिलेश दास दिल्ली के एक बड़े मीडिया मुगल का सहारा ले रहे हैं। सियासत में जोड़-जुगाड़ के खिलाडी़ अखिलेश दास का खेल ों से भी नेता रह चुका है। इंटरनेशल लेवल के बैडमिंटन खिलाड़ी भी रह चुके हैं। मौजूदा समय वे बैडमिंटन एसोसिएशन के अध्यक्ष हैं।
मायावती पर लगा चुके हैं सौ करोड़ मांगने का आरोप
1979 से 1980 तक यूपी के मुख्यमंत्री रहे बनारसी दास गुप्ता के बेटे अखिलेश दास गुप्ता ने पांच नवंबर 2014 को यह कहकर बसपा छोड़ दी थी कि मायावती ने दोबारा राज्यसभा सांसद बनाने के लिए उनसे सौ करोड़ रुपये मांगे। उस वक्त उनकी राज्यसभा सांसदी का का टर्म 25 नवंबर 2014 को खत्म हो रहा था। बाद में बसपा मुखिया मायावती ने उनके आरोपों का खंडन किया था। विधानसभा चुनाव से पहले अखिलेश दास भाजपा से जुड़े तो बनिया वर्ग के लिए एक चेहरा होंगे।
कांग्रेस ने हटा दिया था केंद्रीय राज्य मंत्री पद से
सोनिया गांधी की नजदीकी हासिल कर अखिलेश दास 1996 में कांग्रेस से पहली बार राज्यसभा सांसद बने। फिर 2002 में दोबारा कांग्रेस ने उन्हें उच्च सदन का मुंह दिखाया। इस बीच 2004 में मनमोहन सरकार बनी तो उन्हें स्टील मिनिस्ट्री में केंद्रीय राज्यमंत्री बनाया गय। बाद में उन्हें कुछ विवादों के कारण मंत्री पद से हटा दिया गया। कहा जाता है कि उनका राहुल गांधी से कुछ कारणों से मतभेद हुआ। जिसके बाद राज्यसभा का कार्यकाल खत्म होने पर वे नवंबर 2008 में बसपा में शामिल हो गए। डील के तहत मायावती ने उन्हें राज्यसभा सांसद बनाया।
मेयर रहते लग चुके लूट-खसोट के आरोप
अखिलेश दास गुप्ता वर्ष 1993 में लखनऊ के मेयर चुने गए। इस पद पर रहते हुए उन पर नगर निगम में घपले-घोटाले करने के तमाम आरोप लगे। कभी किसानों की जमीनें औने-पौने दाम पर लेकर सहारा मुखिया सुब्रत राय को देकर सहारा सिटी बसाया तो अमीनबाद की दुकानों के नाम पर भी करोड़ों की कमाई करने का मामला सामने आया।
फोटो-जब बसपा से राज्यसभा सांसद रहे अखिलेश दास तो खूब माया को देते थे सोने-चांदी के गिफ्ट