भोपाल : मप्र विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष सत्यदेव कटारे का लंबी बीमारी के बाद आज दोपहर में निधन हो गया. उनका मुंबई के हीरानंदानी हॉस्पिटल में इलाज चल रहा था. शुक्रवार को उनकी पार्थिव देह ग्वालियर लाई जाएगी. भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष नन्द कुमार चौहान ने कटारे के निधन पर दुःख व्यक्त किया है. चौहान ने कहा है कि कटारे ने राजनीति में मापदंडों की स्थापना की. उनके निधन से मप्र को अपूरणीय क्षति हुई है.
धुरंधर नेताओं में शुमार रहा है कटारे का नाम
जन्म 15 फरवरी 1955 को मप्र के भिंड जिले के मनेपुरा (अटेर) में जन्मे सत्यदेव कटारे लॉ पोस्ट ग्रेजुएट थे. अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत कटारे ने युवा कांग्रेस के साथ की थी. 1985 से 1990 तक वे मध्यप्रदेश युवा कांग्रेस के सचिव रहे.
मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मोतीलाल वोरा के कार्यकाल में 1989 से 1990 तक वे मध्यप्रदेश युवा कांग्रेस के सचिव रहे. मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मोतीलाल वोरा के कार्यकाल में 1989 से 1990 तक वे परिवहन और जेल के सहायक मंत्री रहे.
1993 से 1995 तक वे मध्यप्रदेश के गृह राज्यमंत्री रहे. 1995 से 1998 के दौरान वे मध्यप्रदेश के खाद्य और नागरिक आपूर्ति मंत्री रहे. 2003 से 2008 तक वे भिंड के अटेर क्षेत्र के विधायक रहे. लोकसभा के 1999 और 2004 के चुनावों में उन्हें पराजय का सामना करना पड़ा. 2008 में भिंड के अटेर क्षेत्र से उन्होंने विधानसभा के लिए चुनाव लड़ा और इस चुनाव में भी उन्हें हार का सामना करना पड़ा. इसके बाद 2013 के चुनाव में वे विजयी रहे.