नई दिल्लीः अलगाववादियों पर पहली बार जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने सख्त रूख अपनाया है। उन्होंने पत्थरबाजों पर पुलिस और सैन्य बलों की कार्रवाई को सही ठहराया। उधर राजनाथ सिंह ने कहा कि कश्मीर के लोगों की शिकायतों के समाधान के लिए केंद्र सरकार अलग से एक नोडल अफसर की नियुक्ति करने जा रही। जिससे कश्मीर के लोग समस्याएं कह सकते हैं।
महबूबा ने मारी पंचलाइन
महबूबा मुफ्ती ने राजनाथ सिंह के साथ प्रेसकांफ्रेंस में 2010 के हालात से अब की तुलना पर नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि इस समय जब कर्फ्यू लगा तो साउथ पुलिस स्टेशन पर हमले के दौरान कोई बच्चा क्या वहां दूध लेने गया था या टॉफी। पथराव और कैंप पर हमले से कोई हल नहीं निकलने वाला। महबूबा ने कहा कि राज्य के 95 प्रतिशत लोग अमन चाहते हैं। पांच प्रतिशत लोग हमारे बच्चों को ढाल बनाकर उन्हें हिंसा की आग में झोंक रहे हैं। मगर लोग इस हकीकत को समझने की कोशिश नहीं करते।