नई दिल्ली: सब कुछ बदल सकता है लेकिन इस देश में कुछ लोगों की मानसिकता कभी नहीं बदल सकती। हरियाणा की साक्षी मलिक की चर्चा पूरे देश में हैं। उसी हरियाणा में बेटे की चाहत में एक व्यापार ी ने अपनी दो बेटियों को कोख में ही मरवा दिया। मामला हरियाणा के रोहतक का है। अनंतपुरम सोसायटी के रहने वाले एक व्यापारी ने अपनी पत्नी को बंधक बनाकर दस साल के अंदर दो बार कन्या भ्रूण हत्या करा दी।
दस साल पहले हुई थी शादी
महिला बहादुरगढ़ की रहने वाली है। दस साल पहले उसकी शादी मुकेश से हुई थी। शादी के दो साल बाद उसने एक बेटी को जन्म दिया। ससुराल वालों को बेटी नहीं बेटा चाहिए था। ससुराल वालों को जब बेटा नहीं मिला तो उसे तंग करने लगे। कुछ महीने ऐसे ही बीते जब वह दूसरे बच्चे को जन्म देने वाली थी। तो उसके पति ने महिला को बहकाया और 10 अक्टूबर 2011 को नजफगढ़ के दीनपुर में एक अस्पताल में ले गया। जहां उसके पति मुकेश ने उसकी भ्रूण ¨लग जांच कराई तो पता चला कि वह दूसरी बेटी को जन्म देने वाली है। जिसके बाद पति ने उसका गर्भपात करा दिया और अपनी बेटी को कोख में ही मरवा दिया। हैरानी की बात ये थी उसकी पत्नी को इसकी तब हुई जब वह घर पहुंची।
विरोध करने पर हुई पिटाई
जब महिला ने अपने पति से इस पर अपना विरोध जताया तो पति ने उसे बंधक बना लिया और उसके मायके पक्ष से बात करने पर रोक लगा दी। कुछ महीने बाद महिला फिर उसे गर्भ ठहरा। इस बार मुकेश ने फिर कुछ बहाना बनाया और 24 फरवरी 2015 को फिर से पेट में ¨लग जांच कराने के लिए नजफगढ़ ले जाने लगा। महिला ने विरोध किया तो पति ने उसे मारपीट कर बंधक बनाकर कार में डाल लिया और फिर से नजफगढ़ के दीनपुर अस्पताल में ले गया। यहां पर फिर से अपनी पत्नी का चेकअप कराया और कोख में बेटी मिली तो उसे मरवा दिया। दो बार ऐसा होने पर इस बार पत्नी ने कड़ा विरोध कर दिया, जिसके बाद महिला को बंधक बना लिया। उसे कार्रवाई नहीं करने दी।
दर्ज कराई रिपोर्ट
मुकेश की पत्नी को मंगलवार को आइजी का नंबर मिला तो उसने फोन करके अपनी पूरी कहानी बताई। इसके बाद आइजी के आदेश पर महिला थाना प्रभारी गरिमा महिला के घर पहुंची और उसके बयान लिए। महिला के बयानों पर धारा 313, 498ए के तहत केस दर्ज कर लिया है।