लखनऊ : यश भारती से पुरस्कृत एवं प्रसिद्ध समाज सेविका सुरभि रंजन ने अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर यहाँ लखनऊ स्थित होटल रेनेसा में आयोजित एक कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। यश भारती पुरस्कृत एवं प्रसिद्ध समाजसेविका सुरभि रंजन ने कहा है कि नारी सशक्तिकरण का अर्थ मेरे लिये यह है कि हमारे देश की हर नारी सुरक्षित हो, शिक्षित हो, आत्म निर्भर हो तथा अत्याचार से मुक्त हो। उन्होंने कहा कि बेटियों को सुरक्षित, शिक्षित एवं आत्मनिर्भर बनाने के लिए हमें निरंतर प्रयास करना होगा। उन्होंने कहा कि महिलायें समाज व परिवार की नींव होती हैं। उन्होंने बेटियों को बेहतर शिक्षा दिलाने पर जोर देते हुए कहा कि बेटियां शिक्षित होंगी तो परिवार शिक्षित होगा और परिवार शिक्षित होगा तो समाज शिक्षित होगा। उन्होंने कहा कि महिलाओं के प्रति सरकार द्वारा संचालित कार्यक्रमों का व्यापक प्रचार-प्रसार कर उन्हें लाभान्वित कराने का हर सम्भव प्रयास करना हम सबका दायित्व है।
बदल रही है महिलाओं की भूमिका
श्रीमती रंजन ने कहा कि ऐसे कार्यक्रमों के माध्यम से गरीब, कमजोर वर्ग के साथ-साथ हर वर्ग के लोगों को समाज की मुख्य धारा से जोड़ने का कार्य किया जा रहा है जो सराहनीय कार्य है। उन्होंने कहा कि बदलते समय के साथ आज महिलाओं की भूमिका भी बदल रही है। उन्होंने कहा कि महिलायें जब आत्मनिर्भर होंगी तो स्वयं समाज मजबूत होगा। उन्होंने कहा कि नारियों का समाज में प्रत्येक स्तर पर सम्मान होना चाहिए। उन्होंने कहा कि नारियों का अपमान करना बहुत ही निन्दनीय कार्य है।
समुदाय और समाज में महिलाओं की महत्वपूर्ण भूमिका
सुरभि रंजन ने कहा कि परिवार, समुदाय और समाज के लोगों में महिलाओं की महत्वपूर्ण भूमिका है जिसके आधार पर सामाजिक सहयोग का निर्माण होगा। उन्होंने कहा कि परिवार के संस्कारों में मानवीय मूल्यों का सशक्तीकरण होना चाहिए। उन्होंने कहा कि आज महिलायें सभी क्षेत्रों में अग्रणी भूमिका निभा रही हैं। उन्होंने कहा कि देश में महिलाओं के हित के लिये बनाये गये कानूनों की जानकारियां महिलाओं एवं बालिकाओं तक विभिन्न माध्यमों से पहुंचाये जाने के प्रयास सुनिश्चित किये जाने चाहिए।
सहयोग प्रदान किया जाना ही महिला सशक्तिकरण है : वंदना सहगल
इस अवसर पर कार्यक्रम की विशिष्ट अतिथि, प्रमुख सचिव, सूचना की धर्मपत्नी वन्दना सहगल ने कहा कि समाज में परिवर्तन लाने की शक्ति अपेक्षाकृृत अन्य लोगों से महिलाओं में अधिक होती है। उन्होंने कहा कि महिलाओं को आत्मनिर्भर एवं अपने व्यक्तित्व का सम्पूर्ण विकास करने हेतु उनके प्रयासों में किसी प्रकार का अवरोध न उत्पन्न कर बल्कि सहयोग प्रदान किया जाना ही महिला सशक्तिकरण है। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि सुरभि रंजन जी द्वारा महिलाओं को सशक्त बनाने हेतु विभिन्न क्षेत्रों में सराहनीय योगदान करने वाली सुश्री अंजली सिंह, सोनिया सिंह, सपना उपाध्याय, अनुराधा गुप्ता, अर्पना निवेदिता, मेहरीन जाफरी, रेनू सिंह, राखी किशोर, मृृदु राम गोयल, अनीता राणा, सुधा नाथ घोसला, सिस्टर ब्लेसी, सुनीता झींगारण को पुरस्कृृत किया गया।