नई दिल्ली : कानपुर के पुखरांया में हुई इंदौर-पटना एक्सप्रेस दुर्घटना में मरने वालों की संख्या 146 तक पहुंच गई है। अब रेलवे ने दुर्घटना में 113 मृतकों की सूची जारी की है लेकिन इस सूची को भी भारतीय रेलवे के अधिकारी सही से नही बना सके। अख़बार दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के अनुसार इस मृतक सूची में एक नाम भोपाल के कोलार की रहने वाली पूनम तिवारी का भी है। सूची ने पूनम को मृत बताया गया है लेकिन पूनम ने खुद सामने आकर बताया है कि वह अभी ज़िंदा है। पूनम ने कहा कि वो अपने पति एलके तिवारी के साथ सकुशल पटना पहुंच गई हैं।
पूनम पटना में भतीजे की शादी में शामिल होने के लिए ट्रेन के ए-1 कोच में सवार हुई थी। पूनम का कहना है कि मेरे जिंदा होने के बावजूद रेलवे के अफसरों ने हादसे की रिपोर्ट में मुझे किस आधार पर मृत घोषित कर दिया, इसकी जांच होनी चाहिए। पूनम में मामले पर पश्चिम मध्य रेलवे के पीआरओ आईए सिद्दीकी ने कहा कि मृतकों की लिस्ट झांसी डिवीजन से भेजी गई हैं। पूनम तिवारी के मामले में स्पष्टीकरण झांसी डिवीजन द्वारा ही दिया जा सकेगा।
इस हादसे के बाद बचाव अभियान हालांकि समाप्त हो चुका है लेकिन मलबा हटाने का काम अभी जारी है । मृतकों में से 110 लोगों की पहचान की जा चुकी है और 97 शव परिजनों को सौंप दिए गए हैं। कानपुर के आईजी जकी अहमद ने बताया कि रेलगाड़ी का जो एक डिब्बा बुरी तरह क्षतिग्रस्त है उसमें कुछ मानव अंश नजर आ रहे हैं। इस डिब्बे में कोई भी जीवित नहीं बचा है और इन अंशों को बाहर निकालने के लिए डिब्बे को काटना पड़ेगा। उन्होंने बताया, ‘‘मलबे में नौ और शव मिले हैं। मलबे में और शव दबे होने की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता।’’ बचाव अभियान खत्म हो चुका है और दुर्घटनाग्रस्त डिब्बों को पटरी से हटा लिया गया है।