"मैं कृष्ण हूँ – मेरे राजनीतिक उत्थान की दास्तां" बेस्टसेलर्स "मैं मन हूँ", "101 सदाबहार कहानियां", "आप और आपका आत्मा" तथा "3 आसान स्टेप्स में जीवन को जीतो" के लेखक दीप त्रिवेदी द्वारा लिखित "मैं कृष्ण हूँ" श्रृंखला की चौथी किताब है। इस किताब में कृष्ण के जीवन से जुड़े कई अहम सवालों के जवाब एवं घटनाओं का विस्तृत वर्णन हैं जैसे: द्रौपदी का स्वयंवर रचाने में कृष्ण को किन-किन चुनौतियों का सामना करना पड़ा था? कृष्ण को हस्तिनापुर की राजनीति में क्यों दखल देना पड़ा था? पांडवों के लिए नये राज्य इंद्रप्रस्थ की स्थापना क्यों, कैसे और किन परिस्थितियों में हुई? ''मैं कृष्ण हूँ'' में कृष्ण के जीवन को 15 से भी अधिक पौराणिक ग्रंथों से रिसर्च करने के बाद सिलसिलेवार तरीके से लिखा गया है और इसमें कृष्ण के हर कर्म के पीछे के सायकोलॉजिकल कारणों पर भी प्रकाश डाला गया है। आत्मकथा के रूप में लिखी गई इस किताब में पाठकों को बताया गया है कि कैसे कृष्ण ने अपनी चेतना के सहारे जीवन के सारे युद्ध जीते और उस मुकाम को छुआ जिसके लिए आज वे न सिर्फ जाने जाते हैं, बल्कि जिस वजह से आज हर कोई उनके बारे में जानने को उत्सुक भी हैं। चूंकि किताब के लेखक स्पीरिच्युअल सायकोडाइनैमिक्स के पायनियर हैं, इसलिए उन्होंने सभी आवश्यक जगहों पर कृष्ण की सायकोलॉजी पर प्रकाश डाला है ताकि पाठक यह समझ सके कि कृष्ण ने जो किया वो क्यों किया।
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