नई दिल्लीः केंद्रीय मंत्री की मौजूदगी में बड़े अरमान से दुखड़ा सुनाने किसान आए थे और बदले में उन्हें मिली धमकी। धमकी किसी और ने नहीं डीएम ने दी। जब केंद्रीय मंत्री की मौजूदगी में किसान के साथ यह सलूक हो तो आम समय की बात छोड़िए। मामला पीलीभीत का है। केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी की पहल पर डीएम आदि सभी अफसर एकजुट होकर फरियादियों का दुखड़ा सुन दूर करने के लिए बैठे थे। इस दरमियान एक किसान ने डीएम की ही शिकायत कर दी। इससे डीएम मासूम अली सरवर इस कदर खफा हो गए कि आव देखा न ताव। न ही मंत्री के प्रोटोकाल का ख्याल किया। किसान को हड़काते हुए कहा कि ज्यादा बोला तो तुम्हारी चर्बी उतरवा लूंगा। अपने सामने किसान को जलील होता देख मंत्री मेनका गांधी भी असहज हो गईं मगर उनकी भी डीएम से इस मसले पर नाराजगी जताने की हिम्मत नहीं पड़ी। सिर्फ हाथ दिखाकर डीएम को शांत होने का इशारा किया। किसान को भाजपा कार्यकर्ता भी बताया जाता है। यूपी के कई आईएएस-आईपीएस जहां अपने व्यवहार से जनता का दिल जीतकर लोकप्रियता अर्जित कर रहे हैं वहीं यह मामला बता रहा कि किस कदर कुछ अफसर खुद को लोक सेवक नहीं लॉट साहब होने का भ्रम पाल बैठे हैं।
किसान ने उत्पीड़न और अवैध कब्जे का मामला उठाया तो डीएम को गुस्सा आया
दरअसल पीलीभीत से सांसद होने के कारण केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी ने फरियादियों खासकर किसानों की शिकायत निवारण के लिए यह विशेष बैठक बुलाई थी। जिसमें प्रशासनिक अफसरों के साथ डीएम को भी बुलाया था। इस बीच किसान कल्याण सिंह ने कहा कि प्रशासन खेती-किसानी से जुड़ी समस्याओं को समय रहते दूर नहीं कर रहा। वसूली के नाम पर किसानों का उत्पीड़न हो रहा है। कहा कि पचपेड़ा में जमीन पर अवैध कब्जे और छोटे किसानों के उत्पीड़न पर डीएम समेत सभी अफसर उदासीन हैं। इस पर डीएम भड़क गए बोले-ज्यादा बोला तो तेरी चर्बी उतरवा दूंगा।
किसान ने डीएम से बताया खुद को खतरा
जब केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी के सामने डीएम मासूम अली सरवर ने धमकी दी तो किसान ने बाद में उनसे जान को खतरा बताया। इस बारे में जब मेनका गांधी का बयान लेने की कोशिश हुई तो उन्होंने मामले में कुछ भी बोलने से इन्कार किया। जब डीएम भरी मीटिंग में किसान को हड़का रहे थे तो मंत्री डीएम से कुछ बोलन की बजाए उल्टे किसान से कह रहीं थीं कि जब आप लोग बीज बो देते हो तब समस्या बताते हो, पहले क्यों नहीं बताया। वीडियो सभार- राजस्थान पत्रिका