नई दिल्ली: जो मंत्री चुनाव के समय जनता से हाथ जोडकर वोट मांगते थे आज जब जनता का दुःख बाँटने का मौका आया तो मंत्री जी ने ऐसा बयान दे दिया कि हर कोई हैरान हो गया। मामला महाराष्ट्र का है जहां 2016 में कुपोषण से एक गांव के 600 बच्चों की मौत हो गर्इ। लोगों में जब महाराष्ट्र के मंत्री विष्णु सावरा से इस पर सवाल किया तो मंत्री जी ने कहा कि वो क्या करे।
महाराष्ट्र के पालघर जिले मे दो वर्षीय बच्चे की कुपोषण के कारण मौत हो गयी थी। जिसके कारण जनजातीय विकास मंत्री सावरा शोक संतप्त परिवार से मिलने मोखदा तालुका के खोच गांव गए थे। अपने बच्चे की मौत से दुखी महिला का गुस्सा फूट पड़ा। लोगों ने सावरा से सवाल किया कि सरकार ने क्या किया है। इसके जवाब में सावरा ने कहा कि तो क्या... सरकार सभी योजनाएं और स्कीमें लागू कर रही है और क्या करें। सावरा पालघर जिले के प्रभारी मंत्री भी हैं।
इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। वीडियो में महिला सावरा से कह रही हैं कि उस समय आप कहां थे जब मेरे बेटे की मौत हुई। आप 15 दिनों के बाद आए हैं। मैं आपसे मिलना नहीं चाहती। आदिवासी बहुल तालुके में कुपोषण की समस्या को दूर करने में प्रशासन की ‘‘नाकामी’’ को अन्य ग्रामीणों ने भी अपनी नाराजगी जतायी। यह तालुका मुंबई से बहुत दूर नहीं है। वीडियो में, मंत्री और ग्रामीणों के बीच बहस होते दिख रही है। ग्रामीणों का शांत करने का प्रयास नाकाम रहने के बाद सावरा लौट गए।