नई दिल्ली : देश के सबसे बड़े यूपी के राजनीति क घराने में मची घमासान के बीच मुलायम सिंह यादव और उनके मुख्यमंत्री बेटे अखिलेश यादव अब अलग-अलग रहेंगे. अभी तक पिता पुत्र लखनऊ में पांच विक्रमादित्य मार्ग वाले बंगले पर साथ-साथ रहा करते थे. पूर्व मुख्यमंत्री होने के नाते मुलायम सिंह यादव को ये घर यूपी सरकार से मिला हुआ है.
पांच कालिदास बंगला वैसे होता है CM का
हालांकि 5 , कालिदास मार्ग का बंगला यूपी के मुख्यमंत्री का सरकारी घर होता है, लेकिन अखिलेश यादव यहां कभी नहीं रहे. इस बंगले से वो सिर्फ सरकारी काम काज निपटाते है. किसी से मिलना होता है या फिर प्रेस कांफ्रेंस करने के लिए अखिलेश इस घर का इस्तेमाल करते रहे है. इसके बंगले में उन्होंने जनता दर्शन के लिए अलग से एक हॉल भी बनवाया था.
बाप-बेटे में बातचीत बंद
सूत्रों के मुताबिक सीएम अखिलेश यादव का परिवार अब 4 , विक्रमादित्य मार्ग के बंगले में रहेगा. घर में मचे घमासान के बाद मुलायम और अखिलेश में बातचीत तक बंद है. कहते है कि एक घर में रह कर भी दोनों एक दूसरे से मिलने से बचते है. पांच विक्रमादित्य मार्ग वाले घर में मुलायम सिंह उनकी दूसरी पत्नी साधना गुप्ता और छोटे बेटे प्रतीक यादव और उनकी पत्नी अपर्णा रहते है. सीएम बन जाने के बावजूद अखिलेश यादव और उनकी सांसद पत्नी डिंपल भी यही रहते रहे. लेकिन अब रिश्तों में पड़ी दरार के बाद एक छत के नीचे रहना मुश्किल हो रहा है.
बाप-बेटे में तनातनी के बाद CM ने लिया फैसला
ऐसे में जल्द से जल्द नए बंगले में अखिलेश यादव के परिवार ने जाने का फैसला कर लिया है. पूर्व मुख्यमंत्री होने के नाते यूपी में सबको लखनऊ में एक सरकारी बंगला मिलता है. अखिलेश ने चार विक्रमादित्य मार्ग वाला घर इसी नियम के तहत अपने नाम करा लिया है. इसके चाक चौबंध और सजाने का काम पिछले साल भर से चल रहा था. लेकिन जब परिवार में आपस में ठन गयी है तो अखिलेश ने एक बड़ा फैसला कर लिया है.
मुलायम से अलग हुए अखिलेश
सूत्रों के मुताबिक सीएम अखिलेश अब अपने पिता से अलग रहेंगे.अखिलेश ने जल्द से जल्द चार विक्रमादित्य मार्ग वाला बंगला तैयार करने का आदेश दे दिया.शुभ मुहूर्त भी तय कर लिया. नवरात्रि में अखिलेश अपने नए बंगले में परिवार संग चले जाएंगे. बहरहाल मुलायम के घर में आये तूफान का असर अगले साल यूपी में होने जा रहे विधानसभा चुनाव पर अभी से दिखाई देने लगा है.