नई दिल्ली : जी-20 सम्मलेन में भाग लेने के लिए से पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज वियतनाम पहुंचे। 3 सितंबर को प्रधानमंत्री मोदी वियतनाम से चीन रवाना होंगे जहां वो 4 और 5 सितंबर को जी-20 सम्मलेन में हिस्सा लेंगे। वियतनाम के साथ भारत के रिश्ते मजबूत बनाने के लिए प्रधानमंत्री का यह दौरा बेहद महत्वपूर्ण बताया जा रहा है। इस दौरे में भारत और वियतनाम की सेनाओं के बीच पेट्रोल बोट्स की सप्लाइ पर भी समझौत हो सकता है। इसके अलावा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ओएनजीसी के तीन दशक से अधिक समय से अटके वियतनाम में तेल निकालने की परियोजनाओं पर भी बात करेंगे। खबरों की माने तो भारत वियतनाम को 100 मिलियन डॉलर की मदद का ऐलान इस यात्रा के दौरान कर सकता है।
ख़बरों की माने तो चीन भी प्रधानमंत्री नरेन्द्र की वियतनाम यात्रा पर खास नजर रख रहा है। गौरतलब है कि चीन और वियतनाम एक दूसरे के दुश्मन है और साऊथ चीन सी पर दोनों का विवाद अभी ताजा है। वहीँ भारत और चीन के बीच भी बीते कुछ समय तनाव का माहौल पैदा होता रहा है। इसलिए कूटनीतिक लिहाज से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का वियतनाम दौरा चीन को चिढाने वाला है। चीन से युद्ध में मात खा चुके वियतनाम ने हालही के कुछ दिनों में अपनी सेना को बेहद मजबूत बनाया है। उसने रूस से कई सबमरीन भी खरीदे हैं।