नई दिल्ली : ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर के इंस्टीट्यूट आफ मेडिकल एवं साइंस अस्पताल के आईसीयू सोमवार शाम आग लगने की घटना में 23 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई. कई अन्य लोगों के घायल होने की भी खबर है. अग्निशमन दस्ते की गाड़ियां मौके पर तैनात हैं और अधिकारियों का कहना है कि आग पर काबू पा लिया गया है.
सीज फायर की व्यवस्था नहीं
सूत्रों के मुताबिक यह आग सोमवार की शाम बिजली के शार्ट सर्किट से लगी है. बताया जाता है कि इतने बड़े अस्पताल में अग्नि से निपटने के लिए सीज फायर तक की भी व्यवस्था नहीं की गयी है. जिसके चलते अस्पताल में जैसे ही आग लगी मरीजों के तीमारदारों में भगदड़ मच गयी. बताया जाता है कि इस आग की चपेट में आने से मरे लोगों के साथ अस्पताल के प्रशासन ने आनन- फानन में उन लोगों को भी गाड़ी में लाड लिया जो कि थोड़े बहुत जले थे.
कुछ जान बचायी जा सकती थीं
यही नहीं इन लोगों को इलाज के जरिये बचाया जा सकता था. लेकिन अस्पताल में भर्ती मरीजों के तीमारदार कोई बवाल न काट सकें. इसलिए अस्पताल प्रशासन ने तत्काल डेड़बड़ियां वहां से हटाने के चक्कर में उन लोगों की भी जानें इस हादसे में चली गयीं, जिन्हें इलाज से बचाया जा सकता था. और तो और इतने बड़े अस्पताल में न तो सीज फायर की व्यवस्था है और न ही तीमारदार अपने मरीज की जानकारी अस्पताल प्रशासन से ले सकें. इसके लिए कोई हेल्प लाइन तक नहीं शुरू की गयी है.
शॉर्ट सर्किट से लगी आग
खबरों के मुताबिक आग इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेस और सम अस्पताल के आईसीयू में शुरू हुई थी और फिर यह डायलसिस और मेडिसिन वार्ड में भी फैल गई. अस्पताल के अधिकारियों ने बताया कि सभी मरीजों को अस्पताल से बाहर निकाल लिया गया है. अग्निशमन अधिकारियों का कहना है कि हो सकता है शॉर्ट सर्किट के कारण यह आग लगी हो.
पीएम मोदी ने घटना पर दुःख जताया
अस्पताल के आईसीयू में आग लगने और कई लोगों की मौत की खबर पर पीएम मोदी ने भी ट्वीट के जरिए गहरी संवेदना व्यक्त की है. पीएम मोदी ने ट्वीट करके बताया कि उन्होंने स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा से बात करके सभी घायलों को एम्स अस्पताल में भर्ती कराने की बात कही है. और उम्मीद जताई की घायल जल्द ठीक होंगे.