नई दिल्ली : JNU के छात्र नजीब अहमद के अचानक से गायब हो जाने को लेकर सोमवार को रात बसंत विहार थाने का सैकड़ों छात्रों ने घेराव कर दिया. जिसके चलते इतनी बड़ी संख्या में छात्रों को थाने का घेराव करते देख पुलिस के हाथ पांव फूल गए. छात्रों का आरोप है कि ABVP के छात्रों ने नजीब को गायब किया है.
ACP को खुद आना पड़ा छात्रों से बातचीत के लिए
देर रात तक थाने में डेट इन छात्रों को समझाने के लिए एसीपी को खुद मौके पर आना पड़ा. उन्होंने छात्रों को यह भी समझाया कि एफआईआर दर्ज कि जा चुकी है. यही नहीं नजीब को लेकर देश भर कि पुलिस को अलर्ट कर दिया गया है. यही नहीं पुलिस अफसर ने छात्रों से यह भी विनती की कि वे धरना समाप्त कर दें. पुलिस जल्दी ही नजीब को ढूंढ लेगी.
छात्र अड़े अपनी मांग पर
इसके बावजूद छात्र अपनी मांग पर अड़े रहे कि 14 तारीख यानि दो दिन पहले गायब हुए नजीब को ABVP के छात्रों ने अगवा किया है. इसलिए नजीब को अभी और इसी वक्त छात्रों को हिरासत में लेकर तत्काल उसे ढूंढ जाये. मलूम हो कि रहस्यमय परिस्थितियों में 14 तारीख़ से लापता है, छात्र आइसा का कार्यकर्ता है. एसीपी ने बताया कि IPC की धारा 365 (अपहरण और गलत तरीके से व्यक्ति को बंधक बनाना) के तहत एक मामला दर्ज किया गया.
क्या है पूरा मामला ?
दरअसल कुछ दिन पहले कैंपस में दो गुटो के बीच झड़प हो गई ती, जिसके बाद से छात्र लापता है। जेएनयू छात्र बॉयोटेक्नोलॉजी में एमसी कर रहा और छात्रावास में कमरा नंबर 106 में रह रहा था. आइसा ने एबीवीपी पर आरोप लगाया है कि इन सबके पीछे एबीवीपी का हांथ हो सकता है। वहीं एबीवीपी ने आइसा के इस आरोप का खंडन किया है. एबीवीपी के छात्र नेता सौरभ का कहना है की नजीब खुद ऑटो में बैठकर कहीं गया है और आइसा जेएनयू कैंपस में सांप्रदायिक रंग देना चाहती है. सौरभ ने यह भी आरोप लगाया कि 2 दिन से गायब छात्र को पुलिस ढूंढ नहीं पाई है, यह पुलिस की लापरवाही है.