र्देहरादून: हिमालय के बुरफू के जंगलों में लगी आग से तक़रीबन सात किमी का क्षेत्र राख हो गया। जिससे वन संपदा को काफी नुकसान पहुंचा है। वन विभाग लगातार आग पर क़ाबू पाने के लिए काफी प्रयास कर रहा है। आग के चलते कई दुलर्भ प्रजातियां विलुप्ति होने की कगार पर पहुंच चुकी है।
आज पांचवें दिन बुरफू पहुंची वन विभाग की टीम के वन रेंजर लव राज के नेतृत्व में आग बुझाने का प्रयत्न किये जा रहे हैं। संवाद से बातचीत में उन्होंने कहा कि तेज़ हवाओं के चलते यह आग काफी भड़क गई थी लेकिन अब आग पर काफी हद तक काबू पा लिया गया है। उन्होंने माना कि आग के कारण वन संपदा को भारी नुकसान पहुंचा है।
दुर्लभ प्रजातियां हुईं नष्ट
स्थानीय लोगों के मुताबिक़ इस पूरे इलाके में भारी मात्रा में कस्तूरा पाया जाता है। इसी के चलते शिकारियों ने यहां आग लगाई होगी। लोगों ने बताया कि शिकारियों की ओर से ही यहां लगाई गई जिसके कारण कई दुलर्भ प्रजातियां नष्ट हो गई हैं। स्थानीय लोगों ने वन विभाग से क्षेत्र में अवैध रूप से शिकार कर रहे शिकारियों के ख़िलाफ़ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है।
लोगों ने कहा कि अगर इस तरह जंगलों में आग लगती रही तो जंगली जानवर पूरी तरह से विलुप्त हो जाएंगे। भीषण आग के कारण उच्च हिमालयी बुरांस, पहाड़ी धूप, भोजपत्र, जुनीफर , मासी गोकुल को नुकसान पहुंचा है और इसके कारण स्नो लेपर्ड, मस्क डिअर, हिमालयन ब्लैक बेयर, हिमालयन वालचर, कस्तूरा, थार, घुरड़, बरर, भरल, भालू, और हिमालयन बराल जैसे जंगली जानवरों की जान को खतरा हो गया है।