नई दिल्ली : देश के सबसे बड़े मुलायम के राजनैतिक घराने में यूँ ही नहीं पिछले चार महीने से समाजवादी पार्टी में घमासान मची हुई थी. दरअसल अपने पुत्र को मुलायम सूबे का शक्तशाली नेता बनाना चाहते हैं. यह बड़ा खुलासा हुआ है कि इसके पीछे मुलायम का सबसे बड़ा सियासती दांव पेंच छिपा था.
मुलायम हुए चारों खाने चित
कुश्ती के अखाड़े में कभी पहलवानों को चारों खाने चित कर देने वाले मुलायम को जब शनिवार को धोबी पाट का दांव लगाकर बेटे ने चारों खाने चित किया तो मुलायम की आँखों में ख़ुशी के आंसू बहने लगे. दरअसल उनके शुभ चितकों ने पूछा नेताजी फ़िक्र क्यों कर रहे हैं तो नेताजी बोले तुम क्या जानो ? आज पुत्र हमसे भी बड़ा खिलाडी बन चूका है. जिस पार्टी को मैंने साईकिल चला-चला कर खड़ा किया है. वह मेरी कसौटी पर खरा उतर गया है.
मुलायम बने अखिलेश के टीचर
सूत्रों के मुताबिक राजनीति के अनुभवी खिलाडी कहे जाने वाले मुलायम सिंह को सबसे बड़ी चिंता पिछले कई सालों से सता रही है कि उनका उत्तराधिकारी अखिलेश को अगर वह पार्टी कि बागडोर सौंपते हैं तो क्या वह उसको चला पायेगा. कभी स्कूल में बच्चों को शिक्षित करने वाले मुलायम सिंह अपने सीएम पुत्र के लिए एक बार फिर पिता से अध्यापक बने नजर आये.
जार्डिंग के मेल से हुआ खुलासा
दरअसल इस बात का खुलासा अखिलेश के अमेरिकी सलाहकार स्टीव जार्डिंग के एक मेल के लीक होने से हुआ है.जुलाई महीने के इस ईमेल में लिखा है कि यूपी में अखिलेश यादव को विकास का आइकॉन बनाने के लिए पार्टी में अदरूनी लड़ाई दिखावे के लिए जरूरी है. इससे अखिलेश की छवि बेहतर उभर कर आएगी और मजबूत सीएम के तौर पर जाने जाएंगे. गौरतलब है कि पिछले दिनों खबर आई थी कि समाजवादी पार्टी और सीएम अखिलेश सरकार की बेहतर कोशिशों को सामने लाने के लिए अमेरिकन पीआर एजेंसी को हायर करने वाली है, जो पहले पीएम मोदी के लिए काम कर चुकी है.