नई दिल्लीः गुलामी के जमाने से चली आ रही फोर्सेज में सेवादारी/ भडडू प्रथा के खिलाफ आवाज उठाने वाले सीआरपीएफ जवान मीतू सिंह राठौर ने गांधीवादी समाजसेवी अन्ना हजारे से मुलाकात की। उनसे आशीर्वाद लिया। अन्ना हजारे ने मुलाकात के दौरान कहा कि अन्याय के खिलाफ आवाज उठाना हर किसी का धर्म है।
क्या लगाया था मीतू सिंह राठौर ने आरोप
जवान मीतू सिंह राठौर ने इंडिया संवाद के पास तमाम दस्तावेजों के साथ CRPF अफसरों पर आरोप लगाया था कि वह जवानों से बूट पुलिस और कुत्ता टहलवाने अपने बीवी बच्चों के कपडे धुलवाने और सर की मालिश करवाने जैसे काम करवाते हैं।
मीतू सिंह राठौर ने कहा कि उनके द्वारा यह मुद्दा उठाये जाने के बाद सप्लायर और दलालों से उन्हें खतरा पैदा हो सकता है इसलिए उनका तबादला ऐसी जगह न किया जाये जहाँ उन्हें किसी तरह का कोई खतरा हो। जवान ने सरकार से आग्रह किया कि जवानों को ठेस पहुँचाने वाली सेवा प्रथा को पूर्ण रूप से बंद कर दिया जाये एवम जवानों के स्थान पर कॉन्ट्रैक्ट बेस पर सेवादारों की नियुक्ति की जाये। इससे सरकार को भी आर्थिक तौर पर लाभ मिलेगा ही साथ ही जवान भी सम्मान से अपनी ड्यूरी करेंगे।