नई दिल्ली: यूपी में 300 पार का लक्ष्य पाने के लिए बीजेपी इस बार कोई भी कोर कसर नहीं छोड़ना चाहती. इसके लिए बीजेपी का शीर्ष नेतृत्व ताबड़तोड़ रैलियां कर रहा है. 300 पार करने के लिए बीजेपी नेता ऐसी बातों को तूल दे रहे हैं जिनसे वोटों का ध्रुवीकरण होने में आसानी हो. अब देखना होगा कि बीजेपी के प्रमुख तीन ब्रह्मास्त्र इन चुनावों में क्या गुल खिलाते हैं.
लव जिहाद/घर वापसी
राम मंदिर की तरह ही बीजेपी लव जिहाद, घर वापसी और पलायन जैसे मुद्दों को भी चुनावी रणनीति का हिस्सा बना रही है. साफ जाहिर है कि चुनावों में वोटर्स को लुभाने के लिए बीजेपी धार्मिक कार्ड खेल ने की तैयारी में है. योगी आदित्यनाथ ने हाल ही में एक टीवी इंटरव्यू में इन मुद्दों पर अपनी बेबाक राय रखी थी. उन्होंने साफ कहा था कि इन चुनावों में कैराना से हिन्दुओं का पलायन और लव जिहाद मुख्य मुद्दा होगा.
तीन तलाक
इन विधानसभा चुनावों में पढ़े-लिखे मुस्लिम वर्ग को अपनी ओर खींचने के उद्देश्य से तीन तलाक जैसे मुद्दे को भी भुनाने की पूरी कोशिश करने में लगी हुई है. रविवार को केन्द्रीय विधि मंत्री रवि शंकर प्रसाद ने सपा, कांग्रेस और बसपा को इस विवादित मुद्दे पर अपना रुख स्पष्ट करने को कहा था. रविशंकर ने संकेत दिया है कि विधानसभा चुनावों की मौजूदा प्रकिया खत्म होने के बाद केन्द्र सरकार संभवत: 'तीन तलाक' प्रतिबंधित करने के संबंध में महत्वपूर्ण कदम उठा सकती है. उन्होंने कहा था कि, केन्द्र इस "कुप्रथा को समाप्त करने को प्रतिबद्ध है."
राम मंदिर
राम मंदिर एक ऐसा मुद्दा है जो चुनाव दर चुनाव बीजेपी को फायदा पहुंचाता रहा है. हर चुनावों में राम मंदिर का मुद्दा बीजेपी का सबसे अचूक ब्रह्मास्त्र बन कर उभरता है. इन चुनावों में भी बीजेपी नेता लगातार राम मंदिर जल्द बनने की घोषणा करते नजर आ रहे हैं. अभी हाल ही में विनय कटियार ने मीडिया से बातचीत में कहा था कि राम मंदिर बनने के लिए यूपी में बीजेपी का बहुमत में जरूरी है. इसके अलाव योगी आदित्यनाथ भी समय-समय पर राम मंदिर के जल्द बनने की बात कहते रहे हैं. रायपुर प्रवास के दौरान उन्होंने कहा था कि, "अयोध्या में राम जन्म भूमि पर मंदिर निर्माण की बाधाएं धीरे-धीरे दूर होती दिखाई देंगी और अतिशीघ्र भगवान राम मंदिर का निर्माण कार्य अयोध्या में भी प्रांरभ होगा."