पटियाला : नाभा जेल से भागे आंतकियों और कैदियों को पकड़ने के दौरान पुलिस ने संदेह में एक युवती नेहा को ही गोली मार दी. इससे नाराज गाव वालो ने पुलिस वालों परटूट पड़े , दौड़ा-दौड़ा कर पीटा. यहां तक कि डरी पुलिस टीम अफने हवलदार को भी भीड़ के हवाले छोड़कर भाग गई. अकेले रह गया हवलदार चिल्लाता रहा- मैंने गोली नहीं मारी . लेकिन लोगों का गुस्सा उसी पर उतरा.
जेल से भाग आतंकियों को पकड़ने के लिए धर्महेड़ी के पास एसएचओ सदर समाना एचएस खैहरा ने अपनी टीम के साथ नाका लगाया था. पुलिस हाई अर्लट होने के कारण हवलदार शमशेर सिंह शेरा ने गोली चला दी. जिसके बाद मौके पर खड़ी पब्लिक भड़क गई. लोगों ने एसएचओ की गाड़ी के आगे बैरीकेट्स लगाकर रोकना चाहा, लेकिन एसएचओ ने खुद गाड़ी से उतर बैरीकेट्स हटाए और भाग कर कार में बैठ फरार हो गए हालांकि आरोपी हवलदार शमशेर को पब्लिक ने पकड़ लिया. और लोगों ने जमकर पीटा. बाद में पुलिस टीम ने मौके पर आकर शमशेर को पब्लिक से छुड़वाया.
पंजाब पुलिस ने आर्केस्ट्रा की गाड़ी पर सिर्फ इसलिए फायरिंग कर दी क्योंकि गाड़ी चालक ने उनके रुकने के इशारे पर गाड़ी नहीं रोकी. कार ड्राइवर ने पुलिस नाका देख गाड़ी भगाई तो उनकी गाड़ी एसएचओ की गाड़ी से टकरा भी गई लेकिन गाड़ी नहीं रोकी . वहीं आंर्केस्ट्रा गु्रप के मालिक सर्बजीत सिंह ने बताया कि वो गांव अरनो के जज पैलेस में शादी का प्रोग्राम अटैंड करने जा रहे थे.