नई दिल्ली : यूपी में सालों से बिना आंदोलन किये आराम तलब फरमा रहे बीजेपी नेताओं और कार्यकर्ताओं की खुमारी बुधवार को पुलिस की भांजी गयी लाठियां खाने के बाद टूट गयी है. दरअसल पार्टी में 'मौर्या बनाम मौर्या' कि मची अंतर्कलह को लेकर बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्या जहां पार्टी के भीतर अपना वर्चस्व बनाने में लगे हैं वहीँ स्वामी प्रसाद मौर्या अपना कद बढ़ाने में जुटे हुए हैं. ऐसे में पार्टी अध्यक्ष अमित शाह का दिल जीतने के लिए दोनों ही नेता एक दूसरे को नीचा दिखाने में लगे हैं.
खुमारी में डूबे बीजेपी नेताओं की नींद टूटी
सूत्रों के मुताबिक इसी कड़ी का एक हिस्सा बुधवार को बीजेपी द्वारा सपा सरकार की लचर कानून व्यवस्था को लेकर विधानसभा का घेराव किये जाने की मंशा है. दरअसल यूपी में लंबे समय से सत्ता विहीन बीजेपी ने एक अरसे से कोई आंदोलन नहीं किया. लेकिन आगामी विधानसभा चुनाव में सूबे में अपनी सरकार बनाने को लेकर लालायित बीजेपी अध्यक्ष केशव प्रसाद ने अपनी पहचान अमित शाह के बीच विशेष नेता के रूप में करने को लेकर को लेकर ही बुधवार को अखिलेश सरकार की नीतियों के विरोध में विधानसभा का घेराव करने कि कोशिश की.
प्रदर्शनकारियों पर पुलिस ने किया लाठी चार्ज
जिसके चलते बड़े अरसे बाद पार्टी कार्यालय से सपा सरकार की कानून व्यवस्था को लेकर जब बीजेपी नेताओं ने प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्या की अगुवाई में विधानसभा का घेराव करने के लिए आगे बड़े तो वहां तैनात पुलिस बल ने उन्हें रोकने की कोशिश करी. इस बीच उत्तेजित कार्यकर्ताओं ने पुलिस के साथ धक्का-मुक्की शुरू कर दी. नतीजतन विधानसभा के बाहर तैनात पुलिस बल ने इन कार्यकर्ताओं और नेताओं को रोकने का प्रयास किया, लेकिन जब बीजेपी नेता और कार्यकर्त्ता नहीं मानें तो पहले पुलिस ने उन पर पानी डाला और फिर आंसू गोले छोड़ दिए.
सीओ समेत डेढ़ दर्जन घायल
इस बीच कुछ कार्यकर्ताओं ने पुलिस के साथ अभद्र व्यवहार शुरू कर दिया. जिसके चलते अखिलेश कि पुलिस ने इन भाजपाईयों को दौड़ा- दौड़ा कर पीटा. जिसके चलते बीजेपी कार्यकर्ताओं ने भी पथराव शुरू कर दिया. नतीजतन पुलिस को मौके पर से भीड़ खदेड़ने के लिए लाठी चार्ज करना पड़ा. इस लाठी चार्ज में जहां डेढ़ दर्जन भाजपाई कार्यकर्ताओं को चोंटे आयी हैं वहीँ सीओ हजरतगंज गंभीर रूप से घायल हो गए हैं.