नई दिल्ली: शोले के जिस हरिराम का इस्तेमाल कर जय और वीरू जेल से निकलने में सफल हुए थे. आम आदमी पार्टी ने भी भाजपा में एक ऐसा ही मुखबिर ढूंढ लिया है. जो भाजपा के अंदर की गतिविधियों की जानकारी आम आदमी पार्टी के साथ शेयर कर रहा है. भाजपा को इस बात की भनक लग चुकी है और पार्टी का शक 8 प्रवक्ताओं पर है. जिसे देखते हुए भाजपा ने अपने प्रवक्ताओं को ग्रुप मैसेज से दी जाने वाली जानकारियों बंद कर दी है.
दिल्ली भाजपा के सूत्रों की मानें तो भाजपा ने करीब दो -तीन हफ्ते से अपने प्रवक्ताओं को दी जाने वाली जानकारी पर रोक लगा दी है. जिसके बाद भाजपा के पांच प्रवक्ताओं राजीव बब्बर, हरीश खुराना, अश्वनी उपाध्याय, दीपिका शर्मा और अमन सिन्हा को जानकारी नहीं मिल रही है. जानकारी पर रोक लगाने पर भाजपा प्रदेश के नेताओं ने तर्क दिया है कि उन्हें शक है कि दिल्ली भाजपा के प्रवक्ता आम आदमी पार्टी (आप) को भाजपा की सारी जानकारी दे रहे हैं. दावा तो यहां तक है कि भाजपा के यह प्रवक्ता मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के मीडिया सलाहकार नागेन्द्र शर्मा को सारी जानकारी देते हैं.
हालांकि इसके बाद प्रवक्ताओं ने अपनी नारजागी भी जाहिर की है। हालांकि प्रदेश के इस निर्णय से दिल्ली भाजपा के कई पदाधिकारी भी नाराज है. पदाधिकारियों का कहना है कि जब तक कोई भाजपा में हैं उस पर आपको तब तक विश्वास करना पड़ेगा. अगर ऐसा सच में हैं तो इसकी जांच होनी चाहिए, और पार्टी के संविधान के मुताबिक उस पर अनुशासनात्मक कार्रवाई करनी चाहिए. लेकिन बिना किसी सबूत और बिना किसी शिकायत के आधार पर यह निर्णय लेना उचित नहीं हैं. हालांकि कई पदाधिकारी नाम न छापने की शर्त पर इसे आपकी गुटबाजी भी करार दे रहे हैं.